कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) में बुधवार को हुई एक अनोखी शादी (Unique Wedding) चर्चाओं का विषय बनी हुई है। इस शादी को जिसने भी देखा वह दंग रह गया। शायद किसी ने भी ऐसा अद्भुत नजारा पहले कभी नहीं देखा होगा।

दरअसल, भगवान लड्डू गोपाल आज दूल्हा बनकर मथुरा वृंदावन से अपनी बारात लेकर ग्वालियर पहुंचे। जहां उनकी शादी शिवानी नाम की युवती से हुई। शादी बिल्कुल पारंपरिक रीति रिवाज के साथ हुई। बारातियों का स्वागत सत्कार हुआ ढोल नगाड़े भी बजाए गए। परिवार के रिश्तेदार नातेदार भी शादी में शामिल हुए। सभी शादी से बेहद खुश, नाचते हुए दिखाई दिए, क्योंकि उन्हें खुशी है कि उनके दामाद खुद भगवान कृष्ण बने हैं।

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राम नवमी के दिन मंदिर में हुआ विवाह

आज रामनवमी के पावन पर्व पर ग्वालियर की शिवानी ने भगवान लड्डू गोपाल के साथ सात फेरे लिए। ग्वालियर के कैंसर पहाड़ी पर स्थित मंदिर में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में यह शादी समारोह संपन्न हुआ है। आपने मीराबाई और उनकी कृष्ण की भक्ति से भरी प्रेम कहानी तो सुनी होगी। बस कुछ इसी तरह की यह भी कहानी है। जहां मीराबाई की जगह शिवानी परिहार हैं। वह भगवान श्री कृष्ण लड्डू गोपाल को बहुत प्रेम करती हैं। इसलिए उनसे ही विवाह करने का फैसला लिया था। यह सपना उसने बहुत समय पहले देखा था। जो आज साकार हो रहा है।

रिश्तेदारों ने दूल्हा-दुल्हन को दिया आशीर्वाद

शादी की रस्में बड़े उल्लास और हर्ष के साथ निभाई गई हैं। शिवानी के कुछ रिश्तेदार तो बहुत खुश हैं, लेकिन कुछ रिश्तेदारों को इस शादी से आपत्ति भी है। उनके सगे ताऊ और भैया भाभी इस शादी समारोह में शामिल नहीं हुए। हालांकि उनके अधिकतर रिश्तेदार इस अनोखी शादी समारोह में शामिल होकर दूल्हा दुल्हन को आशीर्वाद देने पहुंचे।

विदाई के बाद मथुरा वृंदावन के लिए होंगी रवाना

भगवान लड्डू गोपाल की बारात में तकरीबन एक दर्जन बाराती शामिल हुए। इनमें साधु संत आदि शामिल रहे, उन्हें भी बड़ी खुशी है कि वह भगवान लड्डू गोपाल की बारात में बाराती बनकर आए हैं। दुल्हन को अपने साथ वृंदावन के एक आश्रम में विवाह कर ले जाएंगे। आज सात फेरे की रस्म के बाद गुरुवार सुबह शिवानी की विदा होगी। विदाई के बाद शिवानी अपनी ससुराल मथुरा वृंदावन के लिए रवाना हो जाएगी। बाराती इस शादी की तुलना मीराबाई के प्रेम के समान कर रहे हैं।

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भगवान श्री लड्डू गोपाल के हाथ में दे दी जीवन की डोर

उनका कहना है कि आपने मीराबाई की प्रेम के बारे में सुना होगा। लेकिन कलयुग में भी शिवानी मीराबाई जैसी ही है। उन्होंने अपना सारा जीवन भगवान लड्डू गोपाल के नाम कर दिया है। हालांकि इससे पहले शिवानी मथुरा वृंदावन में संतों के पास गई थी और उन्होंने इस विवाह की बात उनके सामने रखी थी। तो संतो ने उन्हें विवाह करने से रोका था। लेकिन शिवानी ठान चुकी थी कि उन्हें तो अपना सारा जीवन भगवान कृष्ण के नाम करना है। इसलिए आज रामनवमी के पावन अवसर पर उन्होंने पूरे रीति-रिवाज के साथ अपनी जीवन की डोर हमेशा हमेशा के लिए भगवान श्री लड्डू गोपाल के हाथ दे दी।

अद्भुत शादी ने सभी का ध्यान किया आकर्षित

वाकई यह अद्भुत अनोखी शादी सभी का ध्यान आकर्षित कर रही है। जिस तरह से हर्ष, उल्लास और उमंग के साथ खुशियों के संगीत के साथ शादी की रस्म पूरी की गई, उससे स्पष्ट है कि यह विवाह हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।

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