उन्नाव. उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में गैंगरेप की एक पीड़िता को गुरुवार सुबह पांच लोगों ने जिंदा जलाने की कोशिश की. पुलिस ने मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि यह घटना बिहार थानाक्षेत्र के सिंदुपुर गांव की है. पीड़िता 90 फीसदी तक जल गई है. उसे लखनऊ के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है. उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़िता का इलाज सरकारी खर्च पर कराए जाने और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का दावा किया है.
उन्नाव एसपी विक्रांत वीर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि मार्च में रायबरेली के लालगंज थाना क्षेत्र में एक केस दर्ज हुआ था. इसमें लड़की की तरफ से आरोप था कि शादी का झांसा देकर दो लोगों द्वारा गैंगरेप किया गया. इन दोनों आरोपियों का नाम पेट्रोल डालकर जलाने की घटना में भी शामिल है. इधर, पीड़िता के परिवार का कहना है कि जेल से छूटकर आए आरोपी पिछले दो दिनों से उन्हें धमकी दे रहे थे.
पीड़िता ने बयान दिया है कि गुरुवार तड़के 4 बजे वह रायबरेली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन जा रही थी. गौरा मोड़ पर गांव के हरिशंकर त्रिवेदी, किशोर, शुभम, शिवम और उमेश ने उसे घेर लिया और सिर पर डंडे से और गले पर चाकू से वार किया. इस बीच वह चक्कर आने से गिरी तो आरोपियों ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी. बता दें कि इस केस की जांच रायबरेली पुलिस ने की थी. इस केस में दोनों आरोपी जेल से जमानत पर बाहर आए थे.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रेप केस की सुनवाई में रायबरेली जाने के लिए पीड़िता स्टेशन की तरफ बढ़ रही थी, तभी रेप केस में नामजद दो आरोपियों समेत 5 लोगों ने पेट्रोल डालकर उसे जला दिया. चीखें सुनकर इकट्ठा हुए राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर आई पुलिस उसे लेकर सबसे पहले सुमेरपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पीएचसी पहुंची. नाजुक हालत में उसे उन्नाव जिला अस्पताल भेज दिया गया. इससे पहले एसडीएम दयाशंकर पाठक पीएचसी पहुंच गए.
उधर, यूपी पुलिस ने दावा किया है कि घटना के तत्काल बाद पीड़िता के बयान के आधार पर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने जब आरोपियों के घरों पर छापे मारे तो तीन आरोपी अपने- अपने घरों पर परिवारवालों के बीच मौजूद मिले. घटना की गहन तफ्तीश की जा रही है. इस घटना से जुड़े कुछ और तथ्य भी मिले हैं, जिनकी पुलिस जांच कर रही है.