भोपाल। मध्य प्रदेश में अचानक बदले मौसम के मिजाज ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है। प्रदेश के कई जिलों में पिछले 3-4 दिन से लगातार गरज-चमक के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। जिससे फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं मौसम विभाग की माने तो आने वाले 3 से चार दिनों में प्रदेश में मौसम की स्थिति ऐसी ही बने रहने की सम्भावना है। 

मध्यप्रदेश में मौसम का यू टर्न: किसान चिंतित, प्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना, 20 मार्च तक बदला रहेगा मौसम, बारिश से रबि की फसलों को नुकसान

पिछले दो दिनों से भोपाल, इंदौर, सीहोर, खरगोन, नर्मदापुरम, बड़वानी, देवास, बुरहानपुर, शिवपुरी, बैतूल, रायसेन, ग्वालियर, भिंड, खंडवा, हरदा, मुरैना, उज्जैन, धार, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, डिंडौरी, दमोह, सिवनी, कटनी, बालाघाट, नरसिंहपुर, रीवा और सागर में बारिश का दौर जारी है। 

मुख्यमंत्री शिवराज के गृह जिले सीहोर के ग्राम चंदेरी के किसानों ने बारिश से बर्बाद हुई फसलों का सर्वे कराकर राहत राशि दिए जाने की मांग को लेकर खेत में प्रदर्शन किया है। किसानों ने खेत में जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर राहत राशि दिए जाने की मांग की है। साथ ही एक ज्ञापन भी कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपर कलेक्टर को सौंपा है। कृषि एवं मौसम विस्तार अधिकारी डॉक्टर एस.एस तोमर ने जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 3-4 दिनों में मौसम में परिवर्तन होगा। हवाओं के साथ तेज बारिश होगी। ओले भी गिरने की संभावना है। 

दतिया में जिला योजना अधिकारी के घर दिनदहाड़े चोरी: कुछ दिन पहले जज के घर को चोरों ने बनाया था निशाना, पुलिस पर उठे सवाल

प्रदेश के इन जिलों में हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलें हुई बर्बाद 

रतलाम  

रतलाम में शुक्रवार सुबह 5 बजे से तेज़ हवा और गरज चमक के साथ पूरे जिले में 1 घंटे हुई बेमौसम बारिश से किसानों की आफत खड़ी हो गई। खेत में लगी खड़ी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। जिससे यहां के किसान काफी चिंतित है और प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। 

शहडोल 

शहडोल जिले में भी मौसम का यही मिजाज देखने को मिला। सुबह होते ही तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। अचानक हुई तेज बारिश से लोगों का जहां जन-जीवन प्रभावित हुआ। वहीं किसानों के लिए बेमौसम हुई बारिश से खेतों में लगी फसल तबाह हो गई। गेंहू, चना,मसूरी,अरसी, आम, महुआ, की फसल को इस बारिश से काफी नुकसान पहुंचा है। 

खंडवा   

खंडवा में भी बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। कहीं ग्रामीण अचलों में किसानों की फसल खेत से निकलकर उनके आंगन में रखी है, जो बारिश से खराब हो रही है। तो कहीं फसलों की क्वालिटी भी डाउन हो रही है, जिससे मंडियों में उनको भाव नहीं मिल रहे है। किसान बारिश से अपनी फसल को बचाने की जद्दोजहद करते नजर आ रहे हैं। बेमौसम बारिश से सबसे ज्यादा असर गेहूं और चने की फसल को पड़ रहा है।

अशोकनगर

इधर बेमौसम बारिश से अशोकनगर जिला भी अछूता नहीं रहा। जिले की मुंगावली तहसील के कई गांवों में ओले के साथ बारिश का कहर देखने को मिला। खेतों में खड़ी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। खूंटियांबामोरी, विल्हेरु, असप्तखेड़ी, गुनहेरु बमोरी, साजनमऊ सहित 02 दर्जन से अधिक गांव में हुई ओलावृष्टि से फसलें चौपट हो गई है। वहीं मौसम विभाग ने चेतावनी देते हुए अभी दो तीन दिन ऐसे ही हालात बने रहने की चेतावनी दी है। 

देपालपुर (इंदौर)

इंदौर जिले के देपालपुर में बदले मौसम के मिजाज ने आम लोगों के साथ साथ किसानों की चिंता बढ़ा दी है।गरज-चमक के साथ जमकर बादल बरसे है। जबकि कई किसानों की खेतो में गेहूं की फसल खड़ी है। बहरहाल प्रदेश में हो रही बेमौसम बारिश से किसानों का हाल बेहाल है। 

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus