अमरोहा। उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में मोबाइल पर गेम खेलने से मना करने पर छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र का शव उसके कमरे में फंदे से लटकता हुआ मिला। परिजनों ने बिना किसी कानूनी कार्रवाई के छात्र के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई।

गेम खेलने का आदी था छात्र

यह पूरा मामला जिले के हसनपुर कोतवाली क्षेत्र के कस्बे का है। जहां, 11 वीं कक्षा में पढ़ने वाला एक छात्र मोबाइल पर गेम खेलने का आदी थी। पिता ने छात्र को गेम खेलने के बजाय पढ़ाई में ध्यान देने की बात कही और उसे खरी खोटी सुनाई। पिता की कही बात छात्र को इतना बुरी लगी कि उसने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से छात्र के माता-पिता टूट गए और जोर-जोर से रोन लगे।

READ MORE : नसीम सोलंकी को धमकी देने वाला BJP नेता गिरफ्तार, फोन करके कहा था मंदिर क्यों गई थी? सपा विधायक बोली- तुम्हारी चिता न जला दें

पुलिस ने बताया कि छात्र को उसके पिता ने गेम खेलने को लेकर डांटा था। वह दिन रात मोबाइल चलाता और विभिन्न प्रकार का गेम खेलता था। जिससे उसकी पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही थी। इससे पहले भी उसके माता-पिता ने उसे डांटा था लेकिन इस बार छात्र ने आत्मघाती कदम उठा लिया और कमरे में जाकर फांसी लगा ली। परिजनों ने उसे आनन-फानन में इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया। जहां चिकित्सकों ने छात्र को मृत घोषित कर दिया। इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया। मृत छात्र अपने घर के पास ही एक इंटर कॉलेज में पढ़ाई करता था। छात्र के आत्मघाती कदम ने लोगों को झकझोर कर रखा दिया। एक पिता को अपने बेटे को डांटने की इतनी बढ़ी सजा कैसे मिल सकती है।