लखनऊ. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित यूपी बोर्ड की कक्षा 12 की अंग्रेजी भाषा की परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में बुधवार को कुल 17 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. यूपी बोर्ड 12वीं अंग्रेजी पेपर लीक केस में बलिया के जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश कुमार मिश्र को निलंबित करके गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसटीएफ ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. बलिया पुलिस ने देर रात तक इस प्रकरण में डीआइओएस व एक स्थानीय पत्रकार समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया था. डीआइओएस और पत्रकार को जेल भेज दिया गया था, जिन्हें रिमांड पर लेकर एसटीएफ पूछताछ कर रही थी.

बलिया पुलिस की ओर से मिली जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया वाट्सएप में वायरल हो रहे यूपी बोर्ड परीक्षा के 12 वीं प्रश्नपत्र तथा विभिन्न जगहों पर चल रही खबरों पर डीएम व एसपी ने संज्ञान लेते हुए अलग-अलग जगह टीमों का गठन करके अभिलेखीय साक्ष्य का संकलन कर थाना कोतवाली पर प्रदीप कुमार की तहरीर पर यह कार्यवाही की गयी है. इसमें कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अफसरों के अनुसार बुधवार सुबह करीब दस बजे बलिया के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को द्वितीय पाली में होने वाले इंटर अंग्रेजी विषय सीरीज 316 ईडी व 316 ईआइ के प्रश्नपत्र मिले. उन्होंने शासन को अवगत कराकर वायरल प्रश्नपत्र जांच के लिए यूपी बोर्ड मुख्यालय पर भेजा. प्रश्नपत्रों के मिलान में वायरल पेपर सही निकले.

अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने बताया कि इंटर अंग्रेजी के उक्त दोनों सीरीज के प्रश्नपत्रों से बलिया सहित 24 जिलों में दो बजे से इम्तिहान होना था. परीक्षा शुरू होने से करीब एक घंटे पहले ही इन जिलों के सभी परीक्षा केंद्रों की इंटर अंग्रेजी की परीक्षा निरस्त कर दी गई. शेष 51 जिलों में विधिवत परीक्षा कराई गई. शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस घटना को गंभीरता से लिया है. बलिया के जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश कुमार मिश्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. एसटीएफ को प्रकरण की जांच के आदेश दिए गए हैं. इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध रासुका तक की कार्रवाई होगी.

अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने को बताया कि इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रूख अपनाया है और जांच का काम एसटीएफ को सौपने के निर्देश दिए हैं. वहीं, बलिया के जिला विद्यालय निरीक्षक ब्रजेश मिश्र को निलंबति कर दिया गया है. माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने पत्रकारों से कहा, प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि बलिया में कक्षा 12 का अंग्रेजी भाषा का परीक्षा पत्र लीक हो गया था. मामले की जांच की जा रही है और घटना में शामिल पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. राज्य के केवल 24 जिलों में परीक्षा रद्द किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, जो पेपर लीक हुआ था, वह केवल 24 जिलों में वितरित किया गया था, इसलिए वहां परीक्षा रद्द कर दी गई है. अधिकारी ने बताया कि जिन जिलों में परीक्षा रद्द की गई है उनमें आगरा, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, बागपत, बदायूं, शाहजहांपुर, उन्नाव, सीतापुर, ललितपुर, महोबा, जालौन, चित्रकूट, अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, गोंडा, गोरखपुर, आजमगढ़, बलिया, वाराणसी, कानपुर देहात, एटा और शामली शामिल हैं.

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उधर, समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की दूसरी पारी में भी पेपर लीक करवाने का व्यवसाय बदस्तूर जारी है. युवा कह रहे हैं कि रोजगार देने में नाकाम भाजपा सरकार जानबूझकर किसी परीक्षा को पूर्ण नहीं होने देना चाहती है. भाजपा सरकार अपने इन पेपर माफियाओं पर दिखाने के लिए सही, कागज का ही बुलडोजर चलवा दे.

बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि यूपी बोर्ड परीक्षाओं में पेपर लीक होने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज दोपहर इंटर की अंग्रेजी विषय की परीक्षा होने से पहले पेपर लीक होने के बाद गोरखपुर व वाराणसी सहित प्रदेश के 24 जिलों में परीक्षा रद्द करनी पड़ी है. छात्रों के जीवन से बार-बार ऐसा खिलवाड़ क्या उचित है. उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में बार-बार पेपर लीक होने से ऐसा लगता है कि नकल माफिया सरकार की पकड़ व सख्ती से बाहर हैं, किन्तु इस प्रकार की गंभीर घटनाओं से प्रदेश की पूरे देश में होने वाली बदनामी आदि के लिए असली कसूरवार व जवाबदेह कौन? दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बीएसपी की मांग.