उत्तर प्रदेश में हुए 11 विधानसभा सीट के उपचुनाव में अखिलेश यादव की सपा और मयावाती की बसपा बीजेपी को कड़ी टक्कर दते हुए नजर आ रही है. योगी के सूबे में हुए उपचुनाव में बीजेपी जनता को खुश नहीं कर पाई है और इसका नतीजा यही है के प्रदेश में बीजेपी बसपा-सपा के आगे फेल नजर आ रही है.

यूपी में 21 अक्टूबर को 11 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे जिसमें लखनऊ की कैंट, बाराबंकी की जैदपुर, चित्रकूट की मानिकपुर, सहारनपुर की गंगोह, अलीगढ़ की इगलास, रामपुर, कानपुर की गोविंदनगर, बहराइच की बलहा, प्रतापगढ़, मऊ की घोसी और अंबेडकरनगर की जलालपुर विधानसभा सीट शामिल हैं.

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आज 24 अक्टूबर शाम तक इन सभी सीटों के फैसले आ जाएंगे, प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और अखिलेश यादव की पार्टी बसपा-सपा बीजेपी को कड़ी टक्कर देते हुए नजर आ रही है. इस चुनाव में सबसे बड़ी बात यह है कि जिस तरह से बीजेपी ने साल 2017 के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की थी वह शायद जनता की उम्मीदों पर उपचुनाव में खरी नहीं उतर पाई है. आखिर जिस तरह से प्रदेश में साल 2017 के विधानसभा चुनावों में बसपा और सपा को जनता ने हार का मुंह दिखाया था अब प्रदेश की जनता ने उन पर विश्वास जताया है.

साल 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी के प्रदीप कुमार ने जीत हासिल की थी लेकिन इस बार वोटिंग की गिनती में कांग्रेस के उम्मीदवार नोमान मसूद आगे चल रहे हैं. इसके साथ ही रामपुर की सीट पर फिर से सपा के खाते में जा रही है, प्रतापगढ़ से अपना दल की उम्मीदवार आगे हैं, जैदपुर से सपा और जलालपुर से बसपा उम्मीदवार आगे हैं. वहीं बीजेपी को सबसे अधिक वोट अलीगढ़ जिले की इग्लास विधान सभा सीट से मिल रहे हैं. इस सीट पर बीजेपी के राजकुमार सहयोगी है और लखनऊ कैंट पर भी बीजेपी बढ़त बनाए हुए है.