लखनऊ. संभल दंगा मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले आधी रात यूपी सरकार ने 3 सदस्यीय समिति न्यायिक जांच आयोग का गठन कर दिया है. इस आयोग की अध्यक्षता रिटायर्ड हाईकोर्ट जज डी.के. अरोड़ा करेंगे आयोग को हिंसा के कारणों और संबंधित पहलुओं की गहन जांच कर 2 महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.

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बता दें कि मस्जिद कमेटी ने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की है. जिसके बाद शुक्रवार यानी आज इस मामले में सुनवाई होगी. याचिका में निचली अदालत के सर्वे के आदेश को चुनौती दी गई है. निचली अदालत के फैसले पर तुरंत रोक लगाने की मांग की गई है. साथ ही मस्जिद कमेटी ने CJI से जल्द सुनवाई की मांग की है.

कैसे शुरू हुआ विवाद

संभल जिले की जामा मस्जिद को हिंदू पक्ष द्वारा अदालत में हरिहर मंदिर बताए जाने के बाद कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए इसके सर्वे के आदेश दिया था. उसी सर्वे के लिए दिन निकलते ही एकदम सुबह एडवोकेट कमिश्नर की टीम पहुंची थी. टीम के साथ सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता एडवोकेट विष्णु शंकर जैन, डीएम डॉ राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भी भारी पुलिस बल के साथ जामा मस्जिद पहुंचे थे. सर्वे के दौरान मौके पर भीड़ जमा हो गई. इसी बीच मस्जिद के सर्वे के विरोध के दौरान पुलिस और प्रदर्शन करने वालों के बीच टकराव हुआ.

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इस दौरान आंसू गैस के गोले, पथराव और गोलबारी की गई, जिसमें 3 युवकों की मौत की खबर सामने आई है. वहीं SP के पैर में गोली लगी है. CO संभल सहित करीब एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. शहर के कई इलाकों में दंगे की स्थिति बनी हुई है. मामले में करीब 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है.