वाराणसी. काशी विश्वनाथ धाम परियोजना के उद्घाटन के बाद महीने भर चलने वाले समारोह की शुरुआत करते हुए देश के 100 से अधिक शहरों के महापौर शुक्रवार को होने वाले अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन में भाग लेने के लिए गुरुवार से वाराणसी पहुंचेंगे. यह आयोजन उद्घाटन के बाद के इवेंट की श्रृंखला का एक हिस्सा है.

महापौर काशी के विकास का अध्ययन करने के अलावा जीर्णोद्धार और विस्तारित श्री काशी विश्वनाथ धाम का भी दौरा करेंगे. शुक्रवार की सुबह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दीन दयाल उपाध्याय-व्यापार सुविधा केंद्र (डीडीयूटीएफसी) में अपने सम्मेलन की शुरुआत को चिह्न्ति करने के लिए महापौरों को संबोधित करेंगे. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी मौजूद रहेंगे.

उत्तर प्रदेश के शहरी विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा, “अखिल भारतीय महापौर परिषद के सहयोग से शहरी विकास विभाग द्वारा आयोजित सम्मेलन में भाग लेने के लिए 100 से अधिक महापौरों ने काशी जाने के लिए अपनी सहमति भेजी है. प्रधानमंत्री सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे और वर्चुअली महापौरों को संबोधित करेंगे. इस सम्मेलन की शुरूआत से पहले, मुख्यमंत्री और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री डीडीयूटीएफसी में उत्तर प्रदेश शहरी विकास विभाग की उपलब्धियों पर तीन दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे.”

उन्होंने कहा कि सम्मेलन का आयोजन ‘नए शहरी भारत’ की थीम पर किया जा रहा है. आयोजन की शुरुआत में यूपी में शहरी अवसरों और विकास पर एक लघु फिल्म भी दिखाई जाएगी. काशी के विकास पर फिल्म का प्रदर्शन स्थानीय प्रशासन, वाराणसी नगर निगम और स्मार्ट सिटी वाराणसी भी करेंगे. पुणे और सूरत के मेयर स्वच्छ भारत मिशन और एएमआरयूटी पर प्रस्तुति देंगे. पांच महापौरों के समूह बनाए जाएंगे और प्रत्येक समूह शहरी विकास के मुद्दों पर समूह चर्चा करेगा और इसके परिणामों पर एक प्रस्तुति तैयार की जाएगी.”

टंडन ने कहा कि काशी और उनके विभाग के पास इस आयोजन के साथ-साथ प्रदर्शनी के लिए शहरी विकास के मोर्चे पर उपलब्धियों की एक लंबी सूची है. शहरी आवास के क्रियान्वयन, स्वानिधि योजना के तहत छोटे दुकानदारों को ऋण सुविधा, उत्तर प्रदेश के 13 प्रमुख शहरों में शुरू की गई सीवेज और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट प्रबंधन के लिए ‘एक शहर एक ऑपरेटर’ की योजना, 18 स्वच्छता पुरस्कार प्राप्त करने में विभाग का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है.