मेरठ। खुद पर दैव्य शक्ति का असर बताकर परतापुर तिराहे और जिला अस्पताल में उत्पाद मचाने वाले रिठानी गांव के रहने वाले 20 वर्षीय अनुज की इलाज के दौरान मौत हो गई। रविवार सुबह तबियत बिगड़ने पर रिश्तेदार अनुज को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे।सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरना शुरू किया।रिश्तेदारों के मना करने पर लिखित में देने के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।

पूरा परिवार तंत्र-मंत्र में लिप्त

रिठानी गांव में एक परिवार कई दिनों से तंत्र-मंत्र में लिप्त था। इसी कारण ओम प्रकाश उर्फ टिल्लू,मां महावीरी,बड़ी बेटी पूजा प्रीती,अजय और सबसे छोटे बेटे अनुज की मानसिक हालत बिगड़ गई थी,जिससे बीते शुक्रवार को परिवार के लोगों ने गली में हंगामा किया। पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस पहुंची और सभी को थाने ले गई।पुलिस ने सभी को मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेजा।जिला अस्पताल भी इन लोगों ने जमकर उत्पात मचाया।शनिवार सुबह परिवार के पांचों सदस्य परतापुर तिराहे पर पहुंचे और जमकर उत्पात मचाया।इस दौरान इन लोगों ने राहगीरों पर कीचड़ उछाला और पथराव किया।

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अस्पताल में अनुज ने तोड़ा दम

पुलिस की जानकारी पर रिश्तेदार पहुंचे और सभी को ले जाकर अस्पताल में भर्ती करा दिया। इलाज के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई। रविवार सुबह अचानक अनुज की तबियत बिगड़ गई।रिश्तेदारों ने एंबुलेंस अनुज को जिला अस्पताल में भर्ती कराया।तबियत में सुधार न होने पर अनुज को दूसरे अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एएसपी अंतरिक्ष जैन का कहना है कि परिजनों और रिश्तेदारों के लिखित में देने पर शव को परिजनों को सौंप कर दिया गया है। बता दें कि ओम प्रकाश उर्फ टिल्लू सब्जी मंडी में आढ़त लगाता है। परिवार में पत्नी मुन्नी देवी,मां महावीरी,बड़ी बेटी पूजा,प्रीती, बेटा अजय और अनुज है।ओपी के बेटे और बेटी शिक्षित है।सभी ग्रेजुएशन के बाद सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं।

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नवरात्र में परिवार ने तंत्र-विद्या करनी शुरू की

बताया जा रहा है कि किसी परिचित के कहने पर नवरात्रों में परिवार ने तंत्र-विद्या करनी शुरू कर दी। चर्चा है कि तंत्र-विद्या विफल होने पर परिवार के लोगों की मानसिक स्थिति बिगड़ गई, जिससे उन्होंने जिला अस्पताल और परतापुर तिराहे पर उत्पात मचाया। रविवार को जब अनुज का शव घर पहुंच तो मातम मनाने के लिए भी कोई नहीं था।पड़ोसी भी डर से परिवार के पास तक नहीं जा पा रहे थे।अनुज का शव घर पहुंचा तो दादी,भाई और बहन कोई भी अनुज को देखने नहीं पहुंचा।ओम प्रकाश भी मकान के गेट पर गुमशुम बैठा था। अनुज के शव को घर नहीं ले जाने के बजाय पड़ोस के एक खाली पडे़ प्लाट में रखा गया। बताया गया कि पिता ओम प्रकाश ने अन्य सभी सदस्यों को कमरों में बंद कर रखा है।ओमप्रकाश के परिवार के अन्य सदस्यों की मानसिक हालत में अभी तक सुधार नहीं है।

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ओम प्रकाश का पूरा परिवार तंत्र-विद्या में लिप्त बताया गया। बताया गया कि पत्नी मुन्नी देवी तंत्र-विद्या के इस झमेले से दूर रहीं। जहां परिवार के अन्य सदस्यों ने कई जगह उत्पात मचाया तो वहीं मुन्नी देवी घर पर ही रहीं। मुन्नी देवी ने ओम प्रकाश से कई बार बच्चों को तंत्र-विद्या से दूर रखने के लिए कहा था। रविवार को अनुज का शव देखकर मां मुन्नी देवी बेहोश हो गईं।महिलाओं ने उसे संभाला।