विक्रम मिश्र, लखनऊ। उत्तर प्रदेश का बेसिक शिक्षा विभाग अजब है और इसके कारनामे तो हैरतअंगेज है। जिसे आप भी सुनकर दंग रह जाएंगे। दरअसल कई जिलों से ऐसी खबरें मिल रही है कि वहां पर बिना कारण ही सिस्टम बनाकर स्थानांतरण किये जा रहे है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग में स्थानांतरण अभी दो महीने बाद यानी जून में होने है। लेकिन अलीगढ़ के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉक्टर राकेश कुमार सिंह ने एक सहायक अध्यापिका का मिड टर्म में ही स्थानांतरण आदेश जारी कर दिया है।

पारदर्शिता को लेकर हमेशा विवाद

आपको बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग वही महकमा है जहां पर हमेशा पारदर्शिता को लेकर वाद विवाद होता रखता है। बायोमेट्रिक अटेंडेंस तो अपार आईडी इत्यादि को लेकर अभी हाल में हुआ बवाल भी नही थमा था कि अलीगढ़ के बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी ये पत्र अब जिम्मेदारों के लिए गले की हड्डी बना हुआ है। लल्लूराम संवाददाता ने जब उनसे इस विषय मे बात करने की कोशिश किया तो वो फोन बंद कर दिए।

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यूपी के सभी 75 जिलों की बात करें तो हर जिले में ऐसे कई अध्यापक और अध्यापिका होंगी जिनका की सच्चाई में स्थानांतरण होने की आवश्यकता है लेकिन उनको नियम कायदे कानून का ककहरा समझा कर रोक दिया जाता है और जिनके पास चांदी के जूते होते है उनका स्थानांतरण अंतर जनपदीय तक हो जाता है। ताज़ा उदाहरण अलीगढ़ का आपके सामने है।