आदित्य मिश्र, अमेठी. जिले में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां डिलीवरी के लिए सरकारी अस्पताल में गई एक महिला का बच्चा जननांग में ही फंस गया. ऑपरेशन के बजाय नॉर्मल डिलीवरी के चक्कर में डॉक्टरों ने महिला और बच्चे की जान को आफत में डाल दी. जब बच्चा बाहर नहीं आ पाया तो डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया. जहां डॉक्टर न मिलने पर परिजन महिला को लेकर प्रतापगढ़ पहुंचे. एक निजी अस्पताल में डॉक्टर ने ऑपरेशन के बाद बच्चे को बाहर निकाल दिया, लेकिन बच्चा दूसरे दिन खत्म हो गया. परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है.

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बता दें कि पूरा मामला संग्रामपुर थाना क्षेत्र के तारापुर गांव का है. जहां रहने वाली ओजस्वी सिंह को लेबरपेन होने के बाद 11 जनवरी को परिजन संग्रामपुर सीएचसी लेकर पहुंचे. डॉक्टरों ने गैस से दर्द होने का कारण बताकर मामले को रफा-दफा कर दिया, लेकिन दर्द बराबर बना रहा. दूसरे दिन परिजन उसे लेकर फिर अस्प्ताल पहुंचे और उसे भर्ती कराया गया. कई घंटे बीत जाने के बाद भी डॉक्टर मौके पर नहीं पहुंचे तो अस्प्ताल में तैनात एक दाई और स्टाफ नर्स ने नंबर बढ़ाने के चक्कर में डिलीवरी की कोशिश शुरू कर दी. कुछ देर बाद बच्चे का सिर बाहर आ गया, लेकिन पूरा शरीर बाहर नहीं आ पाया और जच्चा-बच्चा की हालत बिगड़ने लगी. रात करीब 11 बजे महिला की हालत बिगड़ने पर डॉक्टर और नर्स ने हाथ खड़ा कर दिया और मौके पर मौजूद महिला डॉक्टर निधि और स्टाफ नर्स रेखा ने जवाब दे दिया और जिला अस्पताल रिफर कर दिया.

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उसके बाद परिजन किसी तरह महिला को लेकर जिला अस्प्ताल पहुंचे, लेकिन वहां भी कोई डॉक्टर नहीं मिला. जिसके बाद अनान-फानन में परिजन महिला को लेकर प्रतापगढ़ के एक निजी अस्पताल पहुंचे. जहाँ आपरेशन किया गया. इस दौरान महिला और बच्चे के शरीर में इन्फेक्शन फैल गया था. कड़ी मशक्कत करके बच्चे को बाहर निकालकर एनआईसीयू में रख दिया, लेकिन कुछ समय बाद बच्चे की मौत हो गई. महिला के पति इंद्र कुमार ने पूरे मामले की शिकायत थाने में करते हुए मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजा है. वहीं अधिकारी कार्रवाई के बजाय मामले को ऱफा-दफ़ा करने में लगे हैं.

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पूरे मामले में सीएमओ अंशुमान सिंह डॉक्टरों के बचाव कर रहे हैं. डॉ अंशुमान सिंह ने कहा कि डॉक्टरों की कोई लापरवाही नहीं है. काफी कॉम्प्लिकेटेड केस था, जिसे समय से रिफर कर दिया गया था. बाद में पता चला कि महिला का प्रतापगढ़ में ऑपरेशन हुआ. जहां एनाइसीएयू में बच्चे की मौत हुई थी.