बागपत. हिंदू नेता साध्वी प्राची एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं. इस बार साध्वी प्राची ने गरबा और रामलीला के आयोजन को लेकर बयान दिया है. साध्वी प्राची ने यूपी के बड़ौत में रामलीला कार्यक्रम में शामिल होकर कहा कि अक्सर ये देखा गया है कि गरबा में लड़कियों से छेड़छाड़ की घटनाओं में मुस्लिम युवक शामिल होते हैं.
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आगे साध्वी प्राची ने कहा, अगर गरबा सुरक्षित और पवित्र आयोजन है तो मुस्लिम परिवार अपनी बेटियों को क्यों नहीं भेजते हैं? रामलीला और गरबा कार्यक्रम में आधार कार्ड देखकर ही एंट्री देनी चाहिए, जिससे संदिग्ध लोगों पर रोक लगाई जा सकती है. इतना ही नहीं साध्वी प्राची ने ये भी मांग उठाई कि नवरात्रि के दिनों में मीट की दुकानें भी बंद होनी चाहिए.
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आगे साध्वी प्राची ने ये भी कहा कि हिंदू त्योहारों में घुसपैठ इनकी पुरानी चाल है. हिंदू संस्कृति की शुरुआत मस्जिदों और दरगाहों से क्यों नहीं की जाती? हालांकि, ये पहली दफा नहीं जब साध्वी प्राची का इस तरह का बयान सामने आय़ा है. इससे पहले कई दफा साध्वी प्राची विवादित बयान देने को लेकर चर्चा में रह चुकी हैं.
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