विक्रम मिश्र, लखनऊ. राजभर समाज जिन्हें अपना नायक मानता है, सोमवार को योगी आदित्यनाथ ने उनकी घोड़े पर सवार और कंधे पर धनुष धारण किए हुए मूर्ति का अनावरण बहराइच में कर दिया. इसके साथ ही महमूद गजनवी के भांजे सालार मसूद गाज़ी की दरगाह पर लगने वाले मेले पर उसे विदेशी आक्रांता बताते हुए रोक भी लगा दी गई.

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जातिवाद बनाम हिंदुत्व का पंच

समाजवादी पार्टी के पीडीए को माकूल जवाब देने की कोशिश के तौर पर भाजपा अब हर रणनीति को अमल में लाने की कोशिश कर रही है. यही कारण है कि सपा के पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक के विरोध में भाजपा अब फिर से हिंदुत्व के एजेंडे को साधना चाहती है. ये कदम तब उठाया गया है, जब प्रदेश में कुछ महीनों के बाद पंचायत चुनाव होना है.

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चुनाव के वक्त मूर्ति का अनावरण

लोकसभा चुनाव में आपको याद होगा वो नारा बटेंगे तो कटेंगे, जिसके इर्द गिर्द पूरी राजनीति और समीकरण तैयार किया गया था. बहराइच में राजा सुहेलदेव की प्रतिमा का अनावरण ऐसे वक्त पर किया गया है, जब गांव की सरकार को चुनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. ग्रामीण अंचलों में विधानसभा की 269 सीटें आती है.