बलिया. यूपी में पीले गमझे को लेकर पॉलिटिक्स छिड़ी हुई है. मंत्री ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर के बयान को लेकर योगी सरकार में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बिना नाम लिए करारा हमला बोला है. दयाशंकर सिंह ने कहा, अब वो पुलिस नहीं है. ये योगी जी की पुलिस है. कोई कॉलर पकड़ेगा तो उसका कलेजा निकाल देंगे. ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि सुलदेव पार्टी की ओर से इसका करारा जवाब आ सकता है.

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बता दें कि मंत्री ओपी राजभर ने भी बेटे अरुण राजभर के बयान को लेकर प्रतिक्रिया दी है. ओपी राजभर ने बेटे के बयान को लेकर माफी मांगी है. मंत्री राजभर का कहना है कि अरुण राजभर को ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं करना था. अपनी बात को रखने के और भी कई तरीके हैं.

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ये है पूरा मामला

भारतीय सुहेलदेव पार्टी के बांसडीह विधानसभा प्रभारी उमापति राजभर को एसडीएम के स्टेनो की गाड़ी ने टक्कर मार दी थी, जिसका विरोध किया तो स्टेनो ने पिटाई करते हुए बांसडीह दरोगा को बुलवाकर थाने में ले जाकर जमकर पिटाई कर दी थी. जिसके बाद मंत्री ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर ने कहा था कि गमछे से जिसे दिक्कत है, जिनकी आंखें नहीं काम कर रही हैं तो भारतीय सुहेलदेव पार्टी के कार्यकर्ता उनके आंख निकाल लेंगे. कार्यकर्ताओं के सम्मान में अगर आंच आई तो सरकार से भी लड़ेंगे. जरूरत पड़ी तो सरकार से अलग होने पर विचार किया जाएगा. साथ ही यह भी कहा कि अगर कार्यकर्ताओं की पीटा जाएगा तो बांसडीह छोड़ दीजिए यूपी के किसी भी थाने में दारोगा बैठने लायक नहीं रहेंगे.