बांदा. आज से 8 दिन पहले चॉकलेट देने के बहाने एक दरिंदे ने मासूम सी जिंदगी के साथ हैवानियत की वारदात को अंजाम दिया था. मासूम को क्या पता था कि उस चॉकलेट की मिठास के पीछे हवस छिपी है. घर के बाहर खेल रही 3 साल की मासूम उसके साथ चॉकलेट लेने चली गई, लेकिन उसे अंदाजा नहीं था कि वो अब वापस आएगी. बच्ची का कुसूर सिर्फ इतना था कि वह उसके बुलाने पर उसके पास गई और दरिदें ने उसके साथ कुकर्म कर अस्पताल पहुंचा दिया. अब 8 दिन बाद 3 साल की मासूम दरिंदगी के दर्द को समेटे जिंदगी को अलविदा कह दिया है. यूपी में ये घटना पहली बार नहीं हुई है, जब किसी मां ने अपनी बच्ची खोई है. इस घटना ने एक और मां की गोद सूनी कर दी. सवाल सिर्फ सरकार से ये है कि आखिर कब तक बहन-बेटियां हवस की बलि चढ़ेंगी? आखिर कब तक और कितनी मां की गोद सूनी होगी? ये घटना न सिर्फ इंसानियत को शर्मसार करती है, बल्कि सरकार और सिस्टम में बैठे तमाम लोगों के फेलियर का भी नतीजा है.
इसे भी पढ़ें- झूठ पर टिका BJP मॉडल! महाकुंभ की रिपोर्ट को लेकर भाजपा पर हमलावर हुए राहुल, कहा- गरीबों की गिनती नहीं, तो जिम्मेदारी भी नहीं
बता दें कि पूरा मामला चिल्ला थाना क्षेत्र के एक गांव का है. बीते मंगलवार को 3 साल की बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी. इसी दौरान गांव का ही सुनील यादव बच्ची के पास पहुंचा और चॉकलेट दिलाने के बहाने अपने घर ले गया और उसके मुंह में कपड़ा ठूंसकर रेप किया. वहीं जब बच्ची नहीं दिखी तो परिजनों ने खोजबीन की. जब बच्ची नहीं मिली तो मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. जब पुलिस कोताही करते दिखी तो परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जमकर बवाल काटा. जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और बच्ची को जंगल में लहूलुहान हालत में पाया था. जिसके बाद मासूम को तुरंत अस्पताल ले जाया गया था.
इसे भी पढ़ें- अखिलेश यादव ने पार्टी में की बड़ी सर्जरी, इस जिले को छोड़ सभी जिलों की कार्यकारिणी को किया भंग
आरोपी को लगी पैर में गोली
मामले की जांच में जुटी पुलिस को पता चला था कि वारदात को गांव के ही सुनील ने अंजाम दिया है. जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार करने के लिए उसके ठिकाने में दबिश दी थी. पुलिस को देखते ही दरिंदे ने फायरिंग शुरू कर दी थी. जिसका मुंहतोड़ जवाब देते हुए पुलिस ने उसके पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया था. आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं बच्ची को कानपुर रेफर किया गया था. जहां इलाज के दौरान मासूम ने दम तोड़ दिया है. पुलिस ने विशेष टीम गठित कर बच्ची का पीएम कराया है. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
इसे भी पढ़ें- मदद की आड़ में हैवानियतः घर से गुस्से में निकली किशोरी, रास्ते में मिला युवक, फिर ऐसे दिया झांसा और बनाया हवस का शिकार…
सवाल सरकार से…
इस घटना के बाद लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है. लोग योगी सरकार के दावों को खोखले बता रहे हैं और कुछ का कहना है कि सरकार और उसका सिस्टम निकम्मा है. कांड होने के बाद ही सब जागते हैं और बाद में बड़ी-बड़ी डींगे हांकते हुए अपनी राजनीति चमकाते हैं? आखिर घटिया राजनीति के बीच फंसकर और कितनी जिंदगियां खत्म होंगी? आखिर सरकार और कितने घरों के बर्बाद होने का इंतजार कर रही है? लोगों के सवाल कई हैं, लेकिन जवाब देने वाला कोई नहीं है. सिर्फ और सिर्फ खोखले दावों और कागजों में ही बहन-बेटियां सेफ हैं. न्याय और जीरो टॉलरेंस नीति नाम मात्र की है, इसका हकीकत से कोई वास्ता नहीं है!
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें