विक्रम मिश्र, लखनऊ। चाइनीज टेलीकाम कंपनी हुवावे नेपाल में 4जी नेटवर्क लगा रही है। इसे लेकर भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर है। दरअसल, उत्तर प्रदेश की सीमा से नेपाल की सीमा लगती है। नेपाल की सीमा से यूपी के बहराइच, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, बलरामपुर जिलों के बॉर्डर लगते है। चीन की कंपनी के एक्टिव होने पर अब इसकी बैंडविथ को मेंटेन करने की काट भी तलाशी जा रही है।

भारतीय सीमा क्षेत्र में इस नेटवर्क का प्रभाव महराजगंज में पांच सौ मीटर तक पड़ रहा है। जबकि अन्य जिलों में कितने दूर तक यह नेटवर्क काम कर रहा है, इसका आकलन चल रहा है। साथ ही आपराधिक, आतंकी और साइबर अपराध आदि गतिविधियों में इसके दुरुपयोग से बचने पर काम किया जा रहा है।

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दरअसल, टेलीकाम कंपनी हुवावे पर चीन सरकार के लिए जासूसी करने के आरोप लगते रहे हैं। यही कंपनी नेपाल में टूजी और थ्री जी नेटवर्क को अपग्रेड करने में लगी है। इस खबर के बाद भारतीय एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। वहीं यूपी सरकार का गृह विभाग प्रदेश के सीमावर्ती इलाके में हुवावे कंपनी के नेटवर्क के प्रभाव पर काम शुरू कर दिया है।

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इंटरनेट सुविधा से नेट कालिंग पकड़ना कठिन

सीमावर्ती क्षेत्रों में इंटरनेट सर्विस अपग्रेड होने से सुविधा बेहतर हो गई है। दोनों देशों के लोग नेट कालिंग ज्यादा कर रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों को इसे ट्रैक कर पाना कठिन हो रहा है। नेपाली 2जी, 3जी को 4जी में अपग्रेड करने के बाद नेट कालिंग व इंटरनेट से संबंधित अन्य उपकरणों का अपराधिक गतिविधियों में उपयोग हो सकता है। जबकि ऐसी गतिविधियों को ट्रैक करने में काफी समस्या आती है।

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