विक्रम मिश्र,लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गृह विभाग के अंतर्गत विभिन्न जनपदों में निर्माणाधीन पुलिस लाइन, ट्रांजिट हॉस्टल अथवा प्रशिक्षण संस्थानों से जुड़े आवासीय/अनावासीय भवनों के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता के लिए नियमित समीक्षा पर बल दिया है। उन्हांने निर्देशित किया कि गृह विभाग में सचिव स्तर के अधिकारी द्वारा इन परियोजनाओं की साप्ताहिक और अपर मुख्य सचिव स्तर पर पाक्षिक समीक्षा की जाए। इन कार्य की मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सम्बन्धित जनपद/रेंज/जोन के पुलिस अधिकारियों की भी होगी।

निर्माणाधीन भवनों की गुणवत्ता पर दिया जोर

मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में गृह विभाग के अंतर्गत निर्माणाधीन परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि 50 करोड़ रुपये से अधिक की सभी निर्माण परियोजनाओं का किसी टेक्निकल इंस्टीट्यूट द्वारा थर्ड पार्टी मासिक ऑडिट कराया जाए। सम्बन्धित संस्था द्वारा मौके पर जाकर स्थलीय सत्यापन किया जाए और उसकी रिपोर्ट फोटोग्राफ के साथ जमा की जाए।

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मुख्यमंत्री ने परियोजनाओं की गुणवत्ता पर बल देते हुए कहा कि निर्माण से जुड़ी कार्यदायी संस्थाओं में विशेषज्ञ इंजीनियरों के अभाव की स्थिति में उचित होगा कि सेवानिवृत्त अनुभवी अथवा प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों के दक्ष प्रोफेशनल की सेवाएं ली जाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि कार्य प्रारंभ होने से पूर्व परियोजना की जो डिजाइन तय हुई है, उसमें किसी प्रकार का बदलाव कार्य प्रारम्भ होने के बाद नहीं होना चाहिए। अपरिहार्य परिस्थितियों में शासन से अनुमोदन लिया जाना अनिवार्य हो। उन्होंने यह भी कहा कि बहुमंजिला इमारतों में लिफ्ट अनिवार्य रूप से लगाई जाए और उसके सुचारु संचालन के लिए कॉर्पस फण्ड बनाया जाए।

सीएम बोले- निर्माण कार्यों में तेजी लाएं

मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्यों के लिए निर्धारित और अब तक जारी बजट की जोनवार समीक्षा करते हुए कहा कि फील्ड में ड्यूटी देने वाले पुलिसकर्मी के निवास के लिए अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। इसके लिए पुलिस लाइन में बहुमंजिला आवासीय भवन बनवाए जा रहे हैं। जनपद संभल, हापुड़, चंदौली, औरैया, अमरोहा, शामली सहित 8 जनपदों में अब तक स्थायी पुलिस लाइन नहीं हैं। इनका निर्माण कराया जा रहा है। इससे पुलिस बल को कामकाज में आसानी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अलीगढ़ पुलिस लाइन में ट्रांजिट हॉस्टल 4 ब्लॉक (जी-12) का निर्माण कार्य अप्रैल, 2025 तक पूरा कर लिया जाए। इसी तरह, जनपद उन्नाव में निर्माणाधीन राज्य अग्निशमन प्रशिक्षण महाविद्यालय और लखनऊ में वीरांगना ऊदादेवी महिला पुलिस बटालियन के आवासीय/अनावासीय भवनों के निर्माण कार्य में तेजी लायी जाए।

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सीएम योगी ने कहा कि 1वीं वाहिनी विशेष सुरक्षा बल लखनऊ, अमेठी पुलिस लाइन, पीएसी महिला वाहिनी बदायूं, पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय मुरादाबाद और पीटीएस मेरठ गोरखपुर व सीतापुर की क्षमता दोगुनी किये जाने, गौतमबुद्धनगर में 49वीं वाहिनी पीएसी बटालियन, शामली में एक नई पीएसी वाहिनी की स्थापना, अयोध्या में विधि विज्ञान प्रयोगशाला, आवासीय पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय मेरठ, आवासीय पीएसी महिला वाहिनी बदायूं तथा गोरखपुर में महिला पीएसी वाहिनी की स्थापना हेतु आवासीय/अनावासीय भवनों का निर्माण तय समय सीमा के भीतर पूरा कराया जाए। यदि कॉन्ट्रैक्टर द्वारा अनुबन्ध की शर्तों का अनुपालन नहीं किया जा रहा है तो उसे नोटिस देने और फिर ब्लैकलिस्ट करने में संकोच नहीं किया जाना चाहिए।