लखनऊ. यूपी मॉडल से कोरोना संक्रमण नाम मात्र हो गया है. फिर भी सतर्कता और तैयारी पूरी है. साप्ताहिक बंदी शनिवार और रविवार अब भी जारी है. सेनेटाइजेशन और फॉगिंग का कार्य भी किया जा रहा है. 25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में महज 1028 एक्टिव केस है. फिर भी 2,34,139 नमूनों की जांच की गई, जिसमें सिर्फ 53 नए केस मिले और 56 डिस्चार्ज हुए.

पिछले 24 घंटे में केरल में 17,481, महाराष्ट्र में 8,159, आंध्र प्रदेश में 2,527, तमिलनाडु में 1,891 और ओडिशा में 1,927 केस आए. दूसरे राज्यों में यूपी में जितने कुल एक्टिव केस उससे कई गुना ज्यादा रोज आ रहे है. यूपी में राष्ट्रीय औसत से ज्यादा 98.6 फीसदी रिकवरी दर, पॉजिटिविटी दर 2.7 फीसदी हुई. अलीगढ़, बलरामपुर, बस्ती, एटा, हाथरस, ललितपुर, महोबा और श्रावस्ती कोरोना मुक्त हो गया है. 44 जिलों में नया संक्रमित नहीं मिला. 31 जिलों में एक अंकों में नए केस आए. देश में सर्वाधिक नमूनों 6,33,07,101 की जांच और टीके के कुल चार करोड़ 15 लाख से अधिक डोज लगाने वाला यूपी पहला राज्य है. 21 जुलाई तक लोगों को रिकॉर्ड कुल 4,20,36,191 डोज टीके लगे. 18 साल से अधिक आयु के लोगों को 1,59,93,962 और 45 साल से अधिक आयु के लोगों को 2,26,89,703 डोज टीके लगे.

76 फीसदी से अधिक हेल्थ केयर वर्कर और 61 फीसदी से अधिक फ्रंट लाइन वर्कर को टीके के दोनों डोज लगे. सीएम योगी के ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट के साथ आंशिक कोरोना कर्फ्यू और टीकाकरण का नतीजा यूपी में अग्रेसिव टेस्टिंग, माइक्रो कंटेनमेंट जोन, गांवों में निगरानी समितियों के माइक्रो मैनेजमेंट और ट्रीटमेंट से कोरोना नियंत्रित है. विशेषज्ञों की तमाम आशंकाएं निर्मूल साबित हुईं, जिसमें उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश में हर रोज 30 लाख पॉजिटिव केस आएंगे. पांच मई से विशेष अभियान के तहत 70 हजार से अधिक निगरानी समितियां डोर टू डोर जाकर स्क्रीनिंग कर रही है. अहतियातन लक्षणयुक्त बच्चों और युवाओं को अलग-अलग निशुल्क मेडिसिन किट दी जा रहीं है.