प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के मुंडेरा क्षेत्र में मंगलवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जहां 40 वर्षीय दलित (पासी समाज) रोडवेज बस चालक रविंद्र कुमार उर्फ मुन्नू को सरेराह ईंट-पत्थर से पीट-पीटकर मार डाला गया। आरोपियों में गद्दी मुस्लिम समुदाय के कुछ युवक शामिल बताए जा रहे हैं, जो क्षेत्र में पुराने जमीन विवाद और सामाजिक तनाव से जुड़े हैं।
घटना का CCTV फुटेज आया सामने
घटनास्थल पर सीसीटीवी फुटेज में दो पक्षों के बीच ईंट-पत्थर चलते दिखे, जिसमें एक हमले ने रविंद्र के सिर पर असर किया और वे खून से लथपथ होकर गिर पड़े। यह हत्या अतीत की घटनाओं की याद दिलाती है, जहां इसी समुदाय से जुड़े अपराधी अतीक अहमद जैसे गुटों ने दलित समुदायों पर अत्याचार किए थे।
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आक्रोशित दलित परिवार और ग्रामीणों का हंगामा
हत्या की खबर फैलते ही पीड़ित के परिवार और स्थानीय दलित समुदाय में कोहराम मच गया। आक्रोशित लोगों ने मुंडेरा चौराहे पर चक्काजाम कर दिया, हत्यारोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए कुछ वाहनों में तोड़फोड़ की। परिजनों का आरोप है कि गद्दी मुस्लिम हमलावरों का यह हमला लंबे समय से चले आ रहे धार्मिक भेदभाव का परिणाम है, जो प्रयागराज जैसे संवेदनशील इलाकों में धार्मिक तनाव को बढ़ावा दे रहा है। धूमनगंज एसीपी अजयेंद्र यादव ने बताया कि विवाद की वजह जांच में स्पष्ट हो रही है और आरोपियों की तलाश जारी है, लेकिन ग्रामीणों ने पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए। पीड़ित के परिवार ने कहा, “यह सिर्फ एक हत्या नहीं, पूरे पासी समाज पर हमला है।
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अतीक अहमद की छाया अभी भी बरकरार
घटना का वीडियो और सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि कैसे गद्दी मुस्लिम युवकों ने दलित चालक पर बेरहमी से हमला बोला। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह विवाद गत वर्षों से चली आ रही जमीन और व्यापारिक रंजिश से जुड़ा है, जो जातिगत और धार्मिक रेखाओं पर विभाजित है।
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प्रयागराज पुलिस ने पीड़ित के शव को एसआरएन अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा है, जबकि पीएसी फोर्स तैनात कर स्थिति को काबू में करने का प्रयास कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाएं उत्तर प्रदेश में बढ़ते सामाजिक ध्रुवीकरण को दर्शाती हैं, जहां अतीक अहमद जैसे प्रभावशाली अपराधी समूहों की छाया अभी भी बरकरार है। प्रशासन ने शांति बिगड़ने पर सतर्कता बरतने का आह्वान किया है।
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