रायबरेली. श्रद्धालुओं की आस्था ठंड पर पड़ भारी पड़ गई. कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान के लिए आधी रात से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान का अपना विशेष महत्व है.

बता दें कि अब भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंच रहे हैं. आयोजन को देखते हुए कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. रायबरेली के विभिन्न गंगा घाटों पर गंगा स्नान के लिए किए विशेष व्यवस्था की गई है. डलमऊ, गोकना, गेंगासों आदि घाटों पर अब भी गंगा स्नान चल रहा है.

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पौराणिक कथा

पौराणिक कथा है कि कार्तिकेय स्वामी ने तारकासुर का वध कर दिया था, इसके बाद तारकासुर के तीन पुत्र तरकाक्ष, कमलाक्ष, विद्युन्माली ने ब्रह्मा जी को प्रसन्न करने के लिए कठोर तप किया. तारकासुर के तीनों पुत्रों की तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी उनके सामने प्रकट हुए और वरदान मांगने के लिए कहा. इन तीनों असुरों ने अमरता का वरदान मांगा तो ये वर देने के लिए ब्रह्मा जी ने मना कर दिया. इसके बाद तीनों ने असुरों ने बहुत सोच-समझकर वर मांगा कि ब्रह्मदेव आप हमारे लिए तीन पुरियों (नगर) की रचना करें और जब युगों में एक बार ये तीनों पुरियां एक सीधी रेखा में आएंगी, तब कोई इन तीनों पुरियों को एक बाण से एक साथ खत्म करे, तब ही हमारी मृत्यु हो.

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