शाहजहांपुर. कोरोना काल में लॉकडाउन की वजह से करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए. आर्थिक तंगी ने सभी वर्ग के लोगों की कमर तोड़ दी. मजदूर से लेकर व्यापारी भी हलाकान-परेशान है. एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. एक कारोबारी ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ फांसी लगाकर जान दे दी.

उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर के कच्चा कटरा मोहल्ले में कारोबारी अखिलेश गुप्ता, पत्नी रिशू और दो बच्चों के साथ फांसी लगा कर जान दे दी. मेज पर एक सुसाइड भी रखा मिला है. सीओ सिटी ने बताया कि सुसाइड लेटर में आर्थिक तंगी का जिक्र किया गया है. 43 साल के दवा कारोबारी अखिलेश गुप्ता ने दिवाली पर ही  नया मकान बना कर गृहप्रवेश किया था. परिवार में 40 वर्षीय पत्नी रिशू, 12 साल का बेटा शिवांग, 6 साल की बेटी अभिजीता खुशहाली से रह रहे थे. इसके बाद आर्थिक तंगी से गुजरने लगे. इसके बाद आर्थिक तंगी से परेशान होकर कारोबारी ने यह खौफनाक कदम उठाया.

बताया जा रहा है कि सोमवार को सुबह साढ़े 11 बजे के करीब अखिलेश के घर दूधवाला दूध देने के लिए आया था. दूध लेकर पत्नी रिशू अंदर गईं. फिर दरवाजे को बंद कर दिया गया. दोपहर करीब सवा बजे मोहल्ले के ही एक व्यक्ति अखिलेश के घर किसी काम से गए. उन्होंने देखा कि दरवाजा थोड़ा खुला हुआ है. उसके पीछे स्टूल की ओट लगी हुई थी. उन्होंने अखिलेश को आवाज दी. इसके बाद जवाब नहीं आया. उन्हें कुछ शक हुआ. तब वह कुछ और लोगों को लेकर आए और अखिलेश के घर में घुसे. दूसरी मंजिल पर जीने से चढ़ते ही देखा कि लाबी में छत पर पड़े जाल से अखिलेश और उनकी पत्नी रिशू के शव लटक रहे हैं. इसके बाद अंदर कमरे में पूजा घर के बाद बेटी अभिजीता और उसके पीछे बेटा शिवांग लटका हुआ था. इसकी सूचना पुलिस को दी गई.

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पुलिस ने आते ही पूरे मकान की तलाशी ली. एक मेज पर अखिलेश का लिखा हुआ एक सुसाइड लेटर मिला. सीओ सिटी ने बताया कि सुसाइड लेटर में आर्थिक तंगी मौत का कारण लिखा हुआ है. अखिलेश मूल रूप से बरेली के फरीदपुर के मोहल्ला कच्चा कटरा के रहने वाले थे. काफी सालों से वह शाहजहांपुर में रह रहे थे.

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