मिर्जापुर. एक किसान ने सिंचाई के लिए बोरिंग कराई. इसमें पानी के साथ गैस निकलने लगी. किसान को जब इस बात की जानकारी हुई तो उसने बोरिंग में डाले गए पाइप में जलती हुई माचिस की तिली लगाकर चेक किया तो आग जलने लगी. बोरिंग से गैस निकलने की खबर फैलते ही इलाके में हड़कंप मच गया.

सूचना पर मौके पर पहुंचे अहरौरा थाना प्रभारी अजित श्रीवास्तव ने मौके का निरीक्षण किया. साथ ही ग्रामीणों को बोरिंग से दूर रहने की हिदायत भी दी. दरअसल, मड़िहान तहसील अंतर्गत खोरिया गांव निवासी किसान तारकेश्वर पाल ने खेती की सिंचाई करने के लिए बोरिंग कराई थी. पहाड़ों के बीच बसे इस गांव में वाटर लेवल काफी नीचे होने के कारण किसान को 450 फीट गहरी बोरिंग करानी पड़ी थी.
बोरिंग के बाद उसमें पाइप भी डाली गई और फिर उसमें पानी लिफ्ट करने के लिए सबमर्सिबल पंप भी डाला गया लेकिन इस बीच उसे गैस की स्मेल महसूस हुई तो उसने पाइप के पास जलती हुई माचिस की तिली छुवाई तो आग जल उठी. किसान ने बताया कि हमेशा गैस नहीं निकलती है. जब पंप को चालू किया जाता है, उसी दौरान कुछ देर के लिए गैस निकलती है. फिर अपने आप बुझ भी जाती है.

इसे भी पढ़ें – कोविड-19 की तीसरी लहर से लड़ने तैयार उत्तर प्रदेश, पीकू-नीकू बेड के साथ तैयार किए ऑक्सीजन प्लांट

वहीं केवी डिग्री कॉलेज के भूगोल विभाग के प्रवक्ता धनंजय सिंह ने बताया कि हमारी धरती के अंदर मीथेन गैस पाई जाती है. लेकिन इसकी मात्रा पठारी इलाके में ज्यादा होती है. इन पठारी इलाकों में जब बोरिंग कराई जाती है तो वाटर लेबल नीचे होने के कारण गहरी बोरिंग करानी पड़ती है. जिसके कारण मीथेन गैस पाइप के जरिये बाहर आ जाती है. धनंजय ने कहा कि मड़िहान, पटेहरा और लालगंज विकास खंड में नलकूप खनन के दौरान पानी निकलना आम बात है, लेकिन जब पानी की जगह गैस और आग निकलने लगे तो यह लोगों में कौतूहल का विषय बन जाता है. हालांकि यह एक सामान्य घटना है.

Read more – Three Time National Award Winner, Surekha Sikri, Bids Adieu at 75