जौनपुर. रामपुर निस्फी गांव निवासी 70 वर्षीय धर्मा देवी की करेंट से मौत नहीं हुई थी. उसकी हत्या करने के बाद बैंगन के खेत में गाड़ दिया गया था. हत्यारोपित ने पुलिस को बताया कि महिला उसके खेत से एक बैगल तोड़कर ले जा रही थी. इससे आक्रोशित होकर उसने गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद साथी के साथ मिलकर उसी खेत में महिला की लाश को दफन कर दिया.

बता दें कि पुलिस ने दोनों आरोपितों को पहले ही दिन गिरफ्तार कर ली थी, लेकिन आन पेपर गिरफ्तारी शुक्रवार को दिखाते हुए दोनों का चालान कर दिया. सुरेरी पुलिस के अनुसार 70 वर्षीय धर्मा देवी 19 नवंबर की भोर में घर से शौच के लिये निकली थी. उसी समय से वह गायब हो गई थी. पास पड़ोस के लोगों ने काफी खोजबीन किया, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला. लोगों ने इसकी सूचना गुजरात में रह रहे उनके पुत्रों को दी. 21 नवंबर को पुत्र रमेश पटेल ने सुरेरी थाने पर गुमशुदगी का मुकदमा पंजीकृत कराया. तभी से पुलिस वृद्धा की तलाश में जुटी हुई थी. 30 नवंबर को स्थानीय पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया और उनके निशानदेही पर नोनरा गांव में स्थित एक बैगन के खेत से वृद्धा के दफन लाश को बरामद किया. उस समय दोनों ने बताया कि बैगन के खेत में लगाए गए विद्युत तार की चपेट में आने से महिला की मौत हो गई. डर के मारे लाश को मौके पर ही दफन कर दिया. लोगों को बताया कि करंट से मौत हो गयी. सच्चाई सामने तब आई जब पीएम रिपोर्ट आई. रिपोर्ट के मुताबिक महिला की गला दबाकर हत्या की गई थी.

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आरोपित महेंद्र पटेल ने यह कबूल किया कि 19 नवंबर की भोर में वृद्ध महिला उसके खेत से बैगन तोड़ रही थी. महिला को मार दिया जिससे वह जमीन पर गिरकर तड़पने लगी. महेंद्र के अनुसार उसे एहसास हुआ कि महिला की मौत हो जाएगी तो उसने अपने ही मफलर से महिला का गला घोट दिया जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई. शव को वही बगल में स्थित खेत में रखे पुवाल के भूसे में छिपा दिया.