गोरखपुर. AIIMS में भाई-भतीजावाद और परिवारवाद की चर्चाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं. संस्थान की पहली डायरेक्टर सुरेखा किशोर, जनवरी में अपने बेटों की जूनियर रेजिडेंट के पद पर नियुक्ति कराने के आरोपों के चलते अपना पद गवां चुकी थीं. अब आठ महीने बाद गोरखपुर AIIMS के डायरेक्टर और पटना AIIMS के डायरेक्टर पर आरोप लगे हैं.
डायरेक्टर के बेटे पर आय छुपाने का आरोप
दरअसल, AIIMS गोरखपुर के एक्टिंग डायरेक्टर और CEO प्रो. जी के पाल के बेटे अरूप प्रकाश पाल हैं. उन्होंने जल्द ही माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में MD-PG कोर्स के लिए अपनी नियुक्ति करवाई. 30 अगस्त को नियुक्ति के बाद उन्होंने पदभार संभाल लिया, लेकिन जल्द ही ये खबर चर्चा में आ गई कि ओरो पाल ने दानापुर, बिहार के पते से जारी OBC प्रमाणपत्र में अपनी आय 8 लाख से कम बताते हुए नॉन-क्रीमी लेयर का शपथ पत्र दिया था.
वहीं जब उनके माता-पिता की कुल आय का आकलन किया गया, तो पता चला कि उनके पिता AIIMS पटना और गोरखपुर के डायरेक्टर हैं. उनकी माता जिपमर पांडिचेरी में प्रोफेसर हैं. दोनों की कुल आय 80 से 90 लाख के बीच है, जो शपथपत्र में दर्शायी गई आय से मेल नहीं खाती. जैसे ही यह मामला सार्वजनिक हुआ और विवाद ने तूल पकड़ा, आनन-फानन में ओरो पाल की नियुक्ति को “निजी कारणों” का हवाला देते हुए रद्द करवा दिया गया.
हालांकि, इस मामले के दस्तावेजी प्रमाण भी सामने आ चुके हैं. लेकिन अभी किसी भी आरोप की पुष्टि नहीं हुई है.
AIIMS के मीडिया प्रभारी अरूप मोहंती से सवाल किया गया तो उन्होंने इस प्रकरण को पूरी तरह से निराधार बताया.
उनका कहना था कि ओरो प्रकाश पाल का दुर्भाग्य है कि वे निदेशक के बेटे हैं. उन्होंने काउंसिलिंग के तहत बतौर OBC उम्मीदवार माइक्रो-बॉयोलॉजी में अपनी नियुक्ति ली थी, लेकिन पीजी की काउंसिलिंग अभी जारी है और बेहतर विकल्प मिलने के कारण उन्होंने स्वयं ही अपनी नियुक्ति को रद्द करवा लिया है. AIIMS गोरखपुर के डायरेक्टर, जो पटना AIIMS के पूर्णकालिक निदेशक भी हैं मंगलवार को उनको गोरखपुर आना था, लेकिन बेटे के मामले के सामने होने के कारण वह गोरखपुर भी नहीं पहुंचे.
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