लखनऊ. सड़क निर्माण कार्य में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. जिसमें ग्रामीण अभियंत्रण विभाग योगी सरकार को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. दरअसल, मामला सआदतगंज थाना के अम्बरगंज वार्ड स्थित आशु क्लीनिक के करीब का है. यहां ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की ओर से गलत तरीके से सड़क निर्माण कार्य को पार्षद, डॉक्टर और क्षेत्रवासियों के हस्तक्षेप के बाद रुकवा दिया गया है.
आरोप है कि पहले से बनी इंटरलॉकिंग सड़क पर ही आरसीसी डाल दी गई है. जबकि मानकों के मुताबिक इंटरलॉकिंग हटा कर उस पर 6 इंच गिट्टी डाली जाती है. जिसके बाद 3 इंच की आरसीसी डालकर फिर सड़क बनाई जाती है. लेकिन यहां तो इंटरलॉकिंग और सीवर लाइन यानी गटर पर ही आरसीसी डाल दी गई है. इस पर क्षेत्रवासियों का कहना है कि ऐसा करने से सीवर बंद हो जाएंगे. जिससे नालियों और बारिश का पानी सड़कों पर आएगा. आरोप है कि देर रात जनता और विभाग की आखों में धूल झोंककर गलत निर्माण कार्य कराया जा रहा है.
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जानकारी के मुताबिक निर्माण कार्य पर आपत्ति जताने पर ठेकेदार ने डॉक्टर से अभद्रता भी की. वहीं जब जेई को मामले की जानकारी दी गई तो वह भड़क गईं. जेई बोलीं कि रात के 2 बजे कौन कॉल करता है. क्षेत्रवासियों का आरोप है कि जेई और ठेकेदार की मिलीभगत से ही गलत निर्माण कार्य कराया जा रहा है.
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