लखनऊ. केजीएमयू में प्लास्टिक सर्जरी विभाग में नियुक्ति की जांच शुरू हो गई है. केजीएमयू के 43 विभागों में लगभग 230 पदों पर डॉक्टर की नियुक्ति के लिए भर्ती हुई है. प्लास्टिक सर्जरी विभाग में सहायक आचार्य को लेकर राजभवन में शिकायत हुई है. मेरठ निवासी सर्वेंद्र चौहान के साथ ही उरई से विधायक गौरी शंकर वर्मा ने भी राज्यपाल और मुख्यमंत्री से भर्ती में गड़बड़ी की शिकायत की है.

शिकायतों के बाद राजभवन ने मामले का संज्ञान लिया और केजीएमयू प्रशासन को जांच के निर्देश दिए हैं. कुलपति की अध्यक्षता में छह सदस्यीय टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है. केजीएमयू के 43 विभागों में लगभग 230 पदों पर डॉक्टरों की भर्ती हुई. शैक्षिक दस्तावेजों की जांच के बाद साक्षात्कार हुआ. भर्ती का परिणाम कार्य परिषद के सदस्यों के सामने खोला गया. इसके बाद से प्लास्टिक सर्जरी विभाग में भर्ती का विवाद शुरू हो गया.

मेरठ निवासी सर्वेन्द्र चौहान ने पहली मार्च को मुख्यमंत्री व राज्यपाल से शिकायत की थी. फिर उरई से विधायक गौरी शंकर वर्मा ने पांच अप्रैल को राज्यपाल और मुख्यमंत्री से भर्ती में गड़बड़ी की शिकायत की. 25 जून को कुलाधिपति के अपर मुख्य सचिव ने शिकायत का संज्ञान लिया. चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र भेजा था.