लखीमपुर-खीरी. यूपी के लखीमपुर खीरी में बीजेपी नेताओं के विरोध कर रहे किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे 6 किसानों की मौत हो गई. लखीमपुर में हुई घटना में 6 किसानों की मौत की पुष्टि जिलाधिकारी ने की है. लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में जगह- जगह प्रदर्शन हो रहे हैं.

पीलीभीत में किसान संगठनों और पुलिस के बीच झड़प हुई. लखनऊ में भी किसान सड़कों पर उतर आए हैं. इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. शामली में सैकड़ों किसान सड़क पर लेटे हैं. पश्चिमी यूपी में हालात संवेदनशील है. मृतक किसानों में दलजीत पुत्र हरजीत सिंह, निवासी नानपारा बहराइच उम्र 32 वर्ष, गुरविंदर सिंह पुत्र सतविंदर सिंह, निवासी नानपारा, उम्र 20 वर्ष, लवप्रीत पुत्र सतनाम सिंह निवासी चौखड़ा, फार्म मझगई, पलिया कलां-खीरी और नछत्तर सिंह निवासी धौरहरा खीरी शामिल है. वहीं कई किसान घायल हैं. केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्र पर गाड़ी चढ़ाने का किसानों ने आरोप लगाया है. ASP अरुण कुमार सिंह ने कहा कि “जो भी दोषी है, उस पर सख्त कार्रवाई होगी, अभी होगी, जिन धाराओं में आप कहेंगे मुकदमा दर्ज होगा.”

इस घटना को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने कड़ी निंदा की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘लखीमपुर खीरी में हुई घटना बहुत ही दुखद है. ‌इस घटना ने सरकार के क्रूर और अलोकतांत्रिक चेहरे को एक बार फिर उजागर कर दिया है. किसान आंदोलन को दबाने के लिए सरकार किस हद तक गिर सकती है, सरकार और सरकार में बैठे लोगों ने आज फिर बता दिया. लेकिन सरकार भूल रही है कि अपने हक के लिए हम मुगलों और फिरंगियों के आगे भी नहीं झुके. सरकार किसान के धैर्य की और परीक्षा न ले. किसान मर सकता है पर डरने वाला नहीं है. सरकार होश में आए और किसानों के हत्यारों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी सुनिश्चित करे.

किसान नेता टिकैत ने कहा कि किसानों से अपील है कि शांति बनाएं रखें, जीत किसानों की ही होगी. सरकार होश में ना आई तो भाजपा के एक भी नेता को घर से नहीं निकलने दिया जाएगा.