लखनऊ. कांग्रेस सांसद राकेश राठौर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने राकेश राठौर की जमानत याचिका खारिज कर दी है. कोर्ट ने 2 हफ्ते के अंदर सांसद को सत्र न्यायालय में समर्पण करने को कहा है. इससे पहले सीतापुर फास्ट ट्रैक कोर्ट ने राकेश राठौर की जमानत याचिका खारिज की थी. एफआईआर दर्ज होने के बाद से कांग्रेस सांसद फरार चल रहे हैं. पुलिस लगातार उनके करीबियों से पूछताछ कर रही है.

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बता दें कि कांग्रेस सांसद राकेश राठौर पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. कोतवाली क्षेत्र निवासी पीड़िता के मुताबिक सांसद ने पीड़िता का राजनीतिक करियर बनाने में सहयोग के नाम पर और शादी का झांसा देकर उसके साथ यौन शोषण किया था. पीड़िता ने ये भी बताया था कि अब आरोपी की ओर से उनके परिवार को धमकी भी दी जा रही है.

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पीड़िता ने तहरीर के साथ ही पुलिस को रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई थी. मामले में और भी सबूत जुटाए जा रहे हैं. वहीं पुलिस ने पीड़िता और उसके परिवार को सुरक्षा भी उपलब्ध कराई है. पीड़िता का आरोप है कि 2018 में पहली बार दोनों की मुलाकात हुई थी. तब वे विधायक थे. मुलाकात के दौरान राकेश राठौर ने अपने संरक्षण में राजनैतिक भागीदारी और राजनैतिक सहभागिता का प्रस्ताव पीड़िता के सामने रखा था. कुछ दिन बाद राकेश सांसद बने और उसने पीड़िता को तैलिक महासंघ सीतापुर का महिला जिलाध्यक्ष बनवा दिया था. जिसके बाद सांसद ने पीड़िता से करीबी बढ़ाई.

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शिकायत के मुताबिक 2020 में सांसद ने एक दिन उसे घर बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया था. जब पीड़िता ने विरोध किया तो उसने राजनीतिक धौंस दिखाया. इसके बाद सांसद ने पीड़िता राजीतिक पद प्रतिष्ठा दिलाने की बात कही और अपनी पत्नी को तलाक देकर उससे शादी करने का झूठा वादा भी किया था.