विक्रम मिश्र, लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब सरकार और संगठन को लेकर कानाफूसी पर सख्त रुख अपना लिए हैं. उन्होंने 2027 के चुनाव के लिए अभी से तैयारियां और अपनी टीम बनाने पर ज़ोर आजमाइश शुरू कर दिया है. उन्होंने पहली बार कहा है कि सरकार और संगठन के साथ सभी कार्यकर्ता और मंत्रीमंडल के लोग सामंजस्य बनाकर चलें.

‘बटेंगे तो कटेंगे’ प्रदेश भाजपा में लागू

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य के बीच तनाव पर अब लगभग पूर्णविराम लग गया है. ऐसे में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम या संगठन के सभी कार्यकलाप में मुख्यमंत्री के बगल की कुर्सी पर केशव प्रसाद मौर्य बैठ रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब भाजपा में खेमेबंदी बंद हो गई है. अब सभी लोग सरकार और संगठन के साथ में है. अगर दोनों अलग हुए तो दिक्कत होगी, इसलिए सरकार और संगठन में एकरूपता के साथ पूरी भाजपा अब 27 के लिए तैयार है.

जीत लेंगे करहल और सीसामऊ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप चुनाव में जीत का श्रेय कार्यकर्ताओं और संगठन के पदाधिकारियों को देते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि 2027 के चुनाव के लिए भाजपा तैयार है. अब किसी प्रकार का कोई मतभेद पालने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने 2027 में करहल और सीसामऊ सीट पर जीत हासिल करने का लक्ष्य भी कार्यकर्ताओं को दिया है.

सपा में पीडीए बस नारा
मुख्यमंत्री के उद्बोधन में निशाने पर मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी रही. उन्होंने कहा कि सपा में पीडीए महज एक नारा है जो कि लोगों के बीच में भ्रम फैलाने के लिए गढ़ा गया है. भाजपा सरकार पिछड़े, दलितों और अल्पसंख्यको के साथ खड़ी है और मजबूती से कार्य कर रही है.