विक्रम मिश्र, लखनऊ. किसी भी राजनीतिक दल के लिए उत्तर प्रदेश राज्य बहुत ही महत्वपूर्ण है. यहां की सीट पर जिसकी पकड़ होगी, दिल्ली में उनका दबदबा रहेगा. यही कारण है कि भाजपा हो या कांग्रेस सपा हो या बसपा सभी सियासी दल सूबे के वोटबैंक पर खास फोकस करते हैं. साथ ही अपनी रणनीति में उत्तर प्रदेश को पहले रखते हैं. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में आगामी 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस ने अपना दांव खेलने की रणनीति बना ली है. कांग्रेस अब जाति गणना के मुद्दे पर पूरे प्रदेश में माहौल बनाने का खाका बना लिया है. अब इस मुद्दे को हर जिले और ब्लॉक स्तर पर पहुंचाने के लिए मैराथन दौड़, सम्मान कार्यक्रम और अलग अलग प्रतियोगिता का आयोजन होगा.

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पिछड़ों को जोड़ ताकत बढ़ाएगी कांग्रेस

यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की उपस्थिति में भागीदारी न्याय सम्मेलन का समीकरण तैयार किया गया. जिनमें नारा दिया गया कि जाति गणना हक है हमारा. बैठक में तय किए गए एजेंडे पर यूपीसीसी के अध्यक्ष अजय राय ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि 20 सितंबर से गांधी जयंती दो अक्तूबर तक सभी ब्लॉक स्तर पर श्रमशील जातियों को सम्मानित करने का कार्यक्रम है, जबकि जाति गणना हक़ है हमारा के विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन पूरे प्रदेश में कांग्रेस करेगी.

साथ ही रन फॉर कास्ट सेंसस, रन फॉर जाति गणना हक है हमारा, रन फॉर सामाजिक न्याय का आयोजन इसी माह से हर जिले में किया जाएगा. जबकि दलितों पिछड़ों के न्याय को लेकर भी एक बैनर तले आंदोलन भी चलाया जाएगा. इन्दल पटेल और मंगेश यादव एनकाउंटर के मुद्दे को भी कांग्रेस भुनाने की कोशिश करेगी, जिससे दलित और पिछड़े समाज मे कांग्रेस की पैठ बन सके.