लखनऊ. लखनऊ ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट का शुभारंभ इस साल दीपावली के अवसर पर होगा. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश की अध्यक्षता में मंगलवार को प्राधिकरण भवन में हुई समीक्षा बैठक में परियोजना के शुभारंभ की तारीख पर मोहर लगाई गई. इसके तहत आईआईएम रोड पर दाएं तटबंध पर प्रस्तावित फोरलेन सड़क तथा समतामूलक चौराहे पर फ्लाईओवर का काम शुरू किया जाएगा. उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने अधिकारियों को निर्देश दिए की परियोजना से संबंधित सभी कार्य का समयबद्ध क्रियान्वयन करें. इस बैठक में एलडीए सचिव पवन गंगवार, अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा, मुख्य अभियंता इंदु शेखर सिंह, अधीक्षण अभियंता अवधेश कुमार तिवारी और आर्किटेक्ट अनुपम मित्तल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

बैठक में प्रोजेक्ट इम्प्लीमेशन यूनिट के सदस्य अनिल कुमार सिंह सेंगर ने बताया कि ग्रीन काॅरीडोर प्रोजेक्ट को 04 पार्ट में विभाजित किया गया है. पार्ट-01 के अन्तर्गत आईआईएम रोड से हार्डिंग ब्रिज तक लगभग 7 किमी नदी के दोनों तरफ, जिसकी ड्राफ्ट डीपीआर दिनांक 01.08.2021 तक और फाइनल डीपीआर दिनांक 15.08.2021 तक मेसर्स टाटा कन्सल्टेन्सी इंजीनियर्स लि. द्वारा उपलब्ध करायी जायेगी. निर्देश दिये गये कि तटबन्ध हेतु भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही और दांये तटबन्ध के चैड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही कैटिल कालोनी के भूमि विवादों को तीव्र गति से निस्तारित करने की कार्यवाही ओएसडी, लविप्रा/एसडीएम, सदर/अपर नगर आयुक्त, नगर निगम द्वारा शीघ्र सम्पादित की जाये. बाएं तटबन्ध में घैला गांव में तटबन्ध के एलाइनमेन्ट हेतु प्रस्ताव सिंचाई विभाग द्वारा शीघ्र उपलब्ध कराया जाए.

पार्ट-02 के अन्तर्गत 06 स्थानों पर एलीवेटेड फ्लाई ओवर प्रस्तावित किये गये हैं, जिनके डीपीआर तैयार करने की कार्यवाही भी साथ-साथ कन्सल्टेन्ट द्वारा की जा रही है. वहीं पार्ट-03 के अन्तर्गत गोमती नदी के दांये तटबन्ध पर पिपराघाट से शहीद पथ तक बन्धे के निर्माण करते हुए 4-लेन सड़क का निर्माण कार्य प्रस्तावित किया गया है. इस पार्ट में आर्मी लैण्ड आ रही है, अतः आर्मी के साथ अतिशीघ्र बैठक प्रस्तावित की जाये तथा भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही भी शीघ्र करने के निर्देश दिये गये हैं.

पार्ट-4 के अन्तर्गत शहीद पथ से किसान पथ तक गोमती नदी के दोनों तटबन्धों (बांये एवं दायें) पर बन्धा निर्माण करते हुए 4-लेन सड़क का निर्माण कार्य प्रस्तावित किया गया है. यह भी निर्देश दिये गये कि प्रस्तावित काॅरीडोर के आस-पास कामर्शियल पाकेट्स डेवलेप किये जाने हेतु भूमि का चिन्हांकन भी कर लिया जाये, जिसके विकास को डीपीआर में भी सम्मिलित किया जाये, जिससे होने वाली आय से ग्रीन काॅरीडोर प्रोजेक्ट को वित्तीय रूप से फीजिबल बनाया जा सकेगा. यह भी निर्देश दिये गये कि पर्यावरणीय अनापत्ति व अन्य अनापत्तियां प्राप्त करने हेतु भी कार्यवाही प्रारम्भ कर दी जाये.