लखनऊ. बसपा प्रमुख मायावती ने बैठक कर 7 राज्यों में पार्टी के संठगन की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने भाषा विवाद को लेकर हो रही हिंसा पर चिंता जाहिर की है. मायावती ने महाराष्ट्र और तमिलनाडु में भाषाई विवाद व उसको लेकर हिंसा को लेकर कहा, ऐसी प्रवृति घातक है. मुम्बई देश की आर्थिक राजधानी है, जहां से देश के सभी राज्यों के लोगों का सीधा वास्ता है. जान, माल और मजहब के सुरक्षा की गारण्टी सरकार को ज़रूर सुनिश्चित करना चाहिए. केन्द्र सरकार को भी इसमें ज़रूर रूचि लेनी चाहिए.
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बता दें कि मायावती ने महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में पार्टी संगठन की तैयारियों, और पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के साथ देश व जनता के कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर गहन समीक्षा की. इस दौरान मायावती ने भाषा व जातीय हिंसा आदि के बढ़ते रोग पर गंभीर चिन्ता व्यक्त करते हुए सभी सरकारों से कानून-व्यवस्था के साथ-साथ महंगाई, गरीबी, बेरोज़गारी, अशिक्षा तथा स्वास्थ्य आदि जैसी जनहित के ज़रूरी मुद्दों पर खास ध्यान देने की मांग की, ताकि देशहित प्रभावित न हो.
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मायावती ने पार्टी के नेताओं को अपने-अपने प्रदेश की कमियों की तरफ ध्यान देकर उन्हें दूर करने तथा पार्टी का अपना अम्बेडकरवादी विशेष मानवतावादी चाल, चरित्र व चेहरा बरकरार रखकर बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के कारवां को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया है.
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