लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी के तत्वाधान में आयोजित कांशीराम जयंती पर 10 लाख लोगों के आने की उम्मीद है. इससे पहले बसपा ने 2016 में अपनी रैली की थी, जिसमें लगभग डेढ़ लाख लोग आए थे और एक भगदड़ में 3 लोग दबने के कारण मर भी गए थे। ऐसे में इस बार कोशिश है कि किसी प्रकार की अनहोनी न हो.

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फर्श से अर्श पर जाने की कोशिश

बसपा की तरफ से आज होने वाली जनसभा को मायावती के शक्तिप्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है. राजनीतिक माहौल को समझने वालों की मानें तो 2027 से पहले का आगाज़ के तौर पर इस रैली को माना जा रहा है.

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कौन है चंद्रशेखर

बसपा की जनसभा में आए लोगों ने बताया कि नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद बहुजन विरोधी हैं और उनका कोई जनाधार नहीं है. उंन्होने एकता की नहीं सिर्फ बहुजनो को बांटने का काम किया है. उनको तो कोई जानता तक नहीं है.