लखनऊ. सियासत में पाला बदलना कोई बड़ी बात नहीं है. कब कौन किस पार्टी में शामिल हो जाए ये कह पाना बड़ा मुश्किल है. लेकिन यूपी में एक नेता ऐसे भी हैं, जो प्रदेश के लगभग सभी पार्टियों में अपना भविष्य तलाश चुके हैं. वे कभी बसपा में हुआ करते थे. लंबे समय तक बसपा में रहने के बाद उन्होंने भाजपा का दामन थामा और भाजपा ने उन्हें मंत्री भी बनाया, लेकिन नेता जी का मोह भंग हुआ औऱ सपा का हाथ थाम लिया. 2 साल बाद जब सपा से मोह भंग हुआ तो अपनी पार्टी बना ली. यहां जिनकी बात हो रही है वे स्वामी प्रसाद मौर्य हैं. अब इनको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि वे आजाद समाज पार्टी का दामन थाम सकते हैं.
इसे भी पढ़ें- आस्था मजहब नहीं देखतीः बुर्का पहनकर रामलला के दर्शन के लिए पहुंची मुस्लिम महिला, प्रभु श्रीराम को लेकर उसने जो कहा जानकर रह जाएंगे दंग…
बता दें कि सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्माया हुआ है. उसके पीछे की वजह है चंद्रशेखर आज़ाद और स्वामी प्रसाद मौर्य की मुलाकात. दोनों नेताओं के बीच लंबी बातचीत हुई थी. 2027 में होने वाले विधानसभा को देखते हुए उनके बीच सामाजिक न्याय और दलित-पिछड़ा को एकजुट करने को लेकर बातचीत हुई है. ऐसे में हलचल तेज हो गई है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य फिर से पाला बदल सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो सपा और बसपा के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती है.
इसे भी पढ़ें- मोहब्बत का अंजाम मौतः रात के अंधेरे में प्रेमिका से मिलने पहुंचा प्रेमी, फिर ऐसा क्या हुआ कि आशिक गवां बैठा अपनी जान
मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
चंद्रशेखर आज़ाद और स्वामी प्रसाद मौर्य की मुलाकात की चर्चा सियासी गलियारों में खूब हो रही है. सियासी पंडितों का कहना है कि स्वामी मौर्य जल्द आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) का दामन थाम सकते हैं और उन्हें बड़ी जिम्मेदारी भी देने की चर्चा है. हालांकि, चंद्रशेखर आज़ाद की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. न ही स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से ऐसा कोई इशारा मिला है.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें