लखनऊ. राजधानी लखनऊ में हाल ही में खोला गया ‘लुलु मॉल’ पिछले हफ्ते मॉल में हुई कथित नमाज की घटना के विरोध में दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के साथ सांप्रदायिक ‘कड़ाही’ में बदल रहा है. करणी सेना और राष्ट्रीय हिंदू रक्षक दल के कार्यकर्ताओं के समूह मॉल में नमाज अदा किए जाने के जवाब में वहां ‘हनुमान चालीसा’ पढ़ने का दावा करते हुए मॉल पर धावा बोल रहे हैं.

इस विवाद के चलते रात में पुलिस उपायुक्त (दक्षिण), गोपाल कृष्ण चौधरी का तबादला कर दिया गया. डीसीपी ट्रैफिक रहे सुभाष चंद्र शाक्य को नया डीसीपी साउथ बनाया गया है. साथ ही, सुशांत गोल्फ सिटी थाना के प्रभारी निरीक्षक अजय प्रताप सिंह को लापरवाही के आरोप में हटा दिया गया है. सिंह की जगह गोसाईंगंज थाने के निरीक्षक शैलेंद्र गिरि को रिजर्व पुलिस लाइन भेजा गया है.

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रविवार से मॉल में निगरानी के लिए अब ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा. इस मामले में अब तक 20 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है. मॉल प्रबंधन ने एक नोटिस जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि मॉल के अंदर किसी भी धार्मिक कार्य या प्रार्थना की अनुमति नहीं दी जाएगी. पुलिसकर्मियों को बाहर तैनात किया गया था.

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पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मॉल के पीआरओ सिब्तैन हुसैन की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद वे नमाज अदा करने के मामले की जांच कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो में दिख रहे नमाज अदा करने वाले लोग उनके कर्मचारी नहीं हैं. प्राथमिकी धारा 153ए (1), 295ए, 341 और भारतीय दंड संहिता की धारा 505 के एफआईआर दर्ज हुई है.

अखिल भारत हिंदू महासभा के शिशिर चतुर्वेदी ने दावा किया है कि लुलु मॉल यह सुनिश्चित करके लव जिहाद को बढ़ावा दे रहा था कि उसके 80 प्रतिशत पुरुष कर्मचारी एक समुदाय से हैं जबकि महिला कर्मचारी दूसरे समुदाय से हैं. मॉल प्रबंधन ने आरोपों का खंडन किया है.