विक्रम मिश्र छाता, मथुरा. अभी हाल ही में मथुरा का डालमिया बाग प्रकरण थमा भी नहीं था कि जनपद में एक और ऐसा ही प्रकरण सामने आया है. जहां बिना अनुमति के सैकड़ों हरे वृक्ष काट दिए गए हैं. आश्चर्य की बात यह है कि यह हरे पेड़ काटने का खेल छाता क्षेत्र के तहसील मुख्यालय से महज आधा किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक बड़ी औद्योगिक कंपनी के द्वारा
बिना रोक-टोक के चल रहा है.

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बता दें कि संपूर्ण समाधान दिवस में मीडिया ने उक्त प्रकरण को प्रशासन के संज्ञान में लाया, तब जाकर प्रशासन हरकत में आया और इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश संबंधित अधिकारियों को दिए गए. इस प्रकरण में कई वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिनमें स्पष्ट रूप से कटे हुए हरे पेड़ों को साफ-साफ देखा जा सकता है. साथ ही काटे हुए पेड़ों की ढुलाई भी अनाधिकृत रूप से की जा रही है.

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क्या था डालमिया बाग प्रकरण

करीब 33 एकड़ में फैले डालमिया बाग में गुरुकृपा तपोवन नाम से कॉलोनी काटी जा रही थी. 18 सितंबर की रात अचानक जेसीबी और पोकलैन मशीनों से यहां 454 हरे पेड़ काट दिए गए. इससे बड़ी संख्या में सांप व अन्य वन्य जीवों की मृत्यु हो गई और जीवों के घोंसले क्षतिग्रस्त हो गए.