लखनऊ. उत्तर प्रदेश में लिंगानुपात में सुधार हुआ है. वर्ष 2015-16 में जहां लिंगानुपात 995 था, वहीं 2020-21 में बढ़कर 1017 हो गया है. राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 की रिपोर्ट के मुताबिक प्रजनन दर गिरकर 2.7 के मुकाबले 2.4 पर आ गई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए प्रदेशवासियों को बधाई दी है. राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि विगत साढ़े चार वर्ष से अधिक की अवधि में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन और कन्या भ्रूण हत्या रोकने के प्रयास सफल हुए हैं. 2015-16 में लिंगानुपात (प्रति 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या) 995 से बढ़कर 2020-21 में 1017 हो गई है.
वहीं देश की बात करें तो पहली बार भारत की कुल आबादी में 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 1020 हो गई है. बुधवार को जारी नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 के आंकड़े यही बताते हैं. इससे पहले 2015-16 में हुए NFHS-4 में यह आंकड़ा प्रति 1000 पुरुषों पर 991 महिलाओं का था.