बहराइच. हरदी थाना क्षेत्र के महसी महाराजगंज बाजार में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए बवाल में राम गोपाल मिश्रा की मौत को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट रिपोर्ट सामने आ गई है. जिसमें ये पता चल रहा है कि मौत से पहले राम गोपाल को तड़पाया गया. इसके बाद उसे गोली मारी गई.

रिपोर्ट में सामने आए तथ्य के मुताबिक पहले रामगोपाल को यातनाएं दी गई. जिसमें पहले प्लास से उसके नाखुन उखाड़े गए. इसके बाद उसके कई बार बिजली के झटके दिए गए. इतना ही नहीं उस पर धारदार हथियार से हमले की बात भी सामने आई है. इतनी प्रताड़ना के बाद भी दंगाइयों का मन नहीं भरा. आरोपियों ने इसके बाद राम गोपाल पर 35 गोलियां चला दीं.

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शरीर पर छर्रे के निशान

पीएम रिपोर्ट के मुताबिक बार-बार बिजली के झटके देने की वजह से राम गोपाल को ब्रेन हैमरेज हुआ. इसके बाद ही उसकी मौत हुई. इस पर भी आरोपियों ने उस पर गोली चलाई. रिपोर्ट में राम गोपाल के शरीर पर गोली के 35 छर्रे के निशान मिलने का जिक्र है.

ये था मामला

13 अक्टूबर को बहराइच के महराजगंज कस्बे में डीजे को लेकर हुए विवाद के बाद दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने पथराव कर दिया. जिससे देवी दुर्गा की प्रतिमा खंडित हो गई. इस पर पूजा समिति के सदस्यों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया तो दूसरे समुदाय के लोगों ने फायरिंग शुरु कर दी. जिसमें 22 साल के रामगोपाल मिश्रा की गोली लगने से मौत हो गई. उसे बचाने पहुंचे राजन भी गंभीर रूप से घायल हो गया है. जिसके बाद विसर्जन कमेटी के लोगों ने बहराइच-सीतापुर हाइवे पर चहलारी घाट पुल के पास चक्काजाम कर प्रदर्शन शुरु कर दिया. बहराइच-लखनऊ हाईवे भी जाम कर दिया गया. इसके बाद से बवाल बढ़ता गया. क्षेत्र में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई. फिलहाल अब स्थिति सामान्य हो रही है.