रायबरेली. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को महिलाओं से संवाद करते हुए कहा कि आप उन्हीं को वोट दीजिए जो आपको वाकई सशक्त बनाना चाहते हैं. उन्होंने राय बरेली में महिला शक्ति संवाद कार्यक्रम में कहा कि सशक्तीकरण का अर्थ गैस सिलेंडर देना या टायलेट से नहीं है बल्कि यह पूर्ण सशक्तीकरण से हैं जबमहिलाओं को अपनी प्राथमिकताओं को अपने तरीके से निर्धारित करना चाहिए, अपने जीवन का निर्माण खुद करना है और सभी तरह के शोषण से लड़ने में सक्षम होना है.

प्रियंका गांधी ने कहा कि महिलाएं अपनी बेटियों को शिक्षित करना चाहती हैं क्योंकि वे चाहती है कि जिस तरह का जीवन उन्होंने जिया है उनकी बेटी उससे बेहतर जिंदगी जिए. उन्होंने कहा यह हर महिला का सपना है और हम उनके इस प्रयास में उनकी पूरी मदद करेंगे. ऐसा कोई काम नहीं है जिसे वह कर ना सके लेकिन उन्हें पहले अपनी सामथ्र्य को पहचानना होगा क्योंकि हर तरफ शोषण और उत्पीड़न का माहौल है चाहे वह घर हो या कार्य स्थल, पुलिस बलों में भी महिलाओं का शोषण हो रहा है और हम आपको आपकी ताकत का अहसास कराना चाहते हैं.

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि उन्होंने महिला घोषणा पत्र जारी किया है और दूसरी पार्टियों ने इस बात को भांप लिया है कि अगर महिलाएं जागरूक हो गई तो उनके सामने दिक्कते हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि आशा महिला कार्यकर्ताओं को पदोन्नत किया गया है, लेकिन एक बात समझ नहीें आई कि पिछले पांच वर्षों में उन्हें यह पदोन्नति क्यों नहीं दी गई थी. इस सप्ताह प्रधानमंत्री एक सर्व महिला कार्यक्रम को संबोधित करने जा रहे हैं और सभी पार्टियों की नजर अब महिलाओं को लुभाने पर होगी. हमने तो एक छोटी सी शुरूआत की है और देखिए चीजें किस तरह से बदल रही हैं. इस बात को महसूस करिए कि अगर आप खड़ी हो जाती हैं तो आप जल्दी ही राजनीति में भी बदलाव ला सकती हैं.

इससे पहले उन्होंने स्टेज पर अनेक महिलाओं और लड़कियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली. रायबरेली कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का संसदीय निर्वाचन क्षेत्र है और यहां प्रियंका का आना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इस क्षेत्र से भी कांग्रेस अपना जनाधार खोती जा रही है. बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनावों में महिलाओं के लिए 40 प्रतिशत टिकट आरक्षित किए जाने की घोषणा की थी और महिला संवाद रैलियों के आयोजन का मकसद विभिन्न क्षेत्रों में उपयुक्त महिला उम्मीदवारों की तलाश करना है ताकि उन्हें चुनाव मैदान में उतारा जा सके.