आगरा. एसएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर 27 नवंबर से सांकेतिक हड़ताल पर हैं, जिससे आगरा में स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रभावित हुई हैं. हड़ताली डॉक्टर 2021 के लिए नीट पोस्ट ग्रेजुएट काउंसलिंग को जल्द शुरू करने की मांग कर रहे हैं. डॉक्टरों के अनुसार, काउंसलिंग को कई बार स्थगित किया जा चुका है.

हड़ताल से मरीजों व परिजनों को काफी परेशानी हुई. वार्ड बॉय और पैरा मेडिकल स्टाफ भी सहयोग नहीं कर रहे हैं. पहले ही कई मरीज निजी नसिर्ंग होम में शिफ्ट हो चुके हैं. विकांशा कौशिक ने कहा, “हम राज्य सरकार से अपील करते हैं कि हमारी बात सुनें और जल्द से जल्द समस्या का समाधान करें. जूनियर डॉक्टर इमरजेंसी और आईसीयू वार्ड में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.” कोविड-19 की संदिग्ध तीसरी लहर के मद्देनजर, इस आंदोलन ने तैयारियों की स्थिति को बुरी तरह प्रभावित किया है. राज्य सरकार ने अभी तक संकट से निपटने में कोई तत्परता नहीं दिखाई है.

फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने स्थानीय सांसद और केंद्रीय कानून और न्याय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल से मुलाकात कर उनके हस्तक्षेप की मांग की. सुप्रीम कोर्ट 5 जनवरी को नीट काउंसलिंग पर एक याचिका पर सुनवाई करेगा. स्थानीय नागरिक समूहों ने इस विवाद के जल्द समाधान की मांग की है, क्योंकि बड़ी संख्या में मरीज बिना किसी गलती के पीड़ित हैं.