संघ प्रमुख मोहन भागवत ने देश के अलग-अलग हिस्सों में मंदिर-मस्जिद विवाद उठने पर चिंता जताई है. भागवत ने कहा कि कुछ लोगों को लग रहा है कि वो ऐसे मुद्दे उठाकर हिन्दुओं के नेता बन जाएंगे ये स्वीकार्य नहीं है.उनके इस बयान पर अब सियासत भी शुरु हो गई है. समाजवादी पार्टी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है.जिसमें सपा ने इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को जिम्मेदार बताया है.

सपा ने X पर लिखा, ”भाजपा सीएम योगी के इशारे पर पुलिस प्रशासन मंदिर ढूंढने में जुटा है. मीडिया और प्रशासन बता रहे हैं कि फलां जगह इतने साल पुराना मंदिर मिला फलां जगह उतने साल पुराना मंदिर मिला. दरअसल मंदिर मिला नहीं है, मंदिर सदैव से वहीं था, ना किसी ने कब्जा किया ना किसी ने खंडित किया, ऐसे बहुत से मंदिर हैं जो पूजन के अभाव में खाली हैं और देवता वहां श्रद्धालुओं का इंतजार कर रहे.”

साढ़े 7 साल से सीएम योगी सो रहे थे?

सपा ने कहा, साढ़े सात साल से सीएम योगी सो रहे थे? साढ़े सात साल से ये मंदिर नहीं मिल रहे थे? इसके पूर्व भी भाजपा की राजनाथ सिंह कल्याण सिंह रामप्रकाश गुप्ता नेतृत्वकारी भाजपा सरकारें रहीं, तब क्यों नहीं ये मंदिर ढूंढे गए या तब क्यों नहीं मिले? जब बनारस में कॉरिडोर निर्माण के नाम पर सैंकड़ों साल पुराने शिव, गणेश, हनुमान मंदिरों को भाजपा सत्ता ने तुड़वाया तब ये मीडिया और भक्त कहां थे? वाराणसी का मूल स्वरूप ही भाजपा ने बर्बाद कर डाला, धर्म को धंधा बना रहे हैं ये भाजपाई, मंदिरों और आस्था का कॉमर्शियलाइजेशन हो रहा है.”

दरअसल, सारा खेल सिर्फ इतना है कि सीएम योगी को 2027 में अपनी सत्ता जाने का आभास हो गया है, ये सरकारी और भाजपाई गुंडई, बेईमानी मंदिर मस्जिद, हिंदू मुसलमान, दंगा फसाद हिंसा और सनसनी फैलाने का खेल इसी सत्ता और कुर्सी को बचाने के लिए सीएम योगी/भाजपा द्वारा खेला जा रहा है, मुसलमानों के खिलाफ जनता में माहौल बनाया जा रहा है.”

सीएम योगी हिले और डरे हुए हैं

सपा ने कहा, ”भाजपा जबसे लोकसभा में सपा से हारी है तबसे हिली और डरी हुई है, सीएम योगी हिले और डरे हुए हैं. प्रशासन और मीडिया का इस्तेमाल करके सीएम योगी सिर्फ सनसनी फैला रहे हैं और जनता को सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, नौकरी, आरक्षण, भाजपाई गुंडई जैसे मुद्दों से भटका रहे हैं. सीएम योगी ने अपने संरक्षण में सिर्फ भ्रष्टाचार और अपराध को बढ़ावा दिया है और अपराध और भ्रष्टाचार का साम्राज्य ही वे कायम करना चाहते हैं.”

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मोहन भागवत के बयान को बताया ड्रामेबाजी

सपा ने लिखा, ”जनता इन बेईमानों, भ्रष्टाचारियों, लुटेरों से सावधान रहे और इनके हिन्दू मुस्लिम ट्रैप में फंसे बिना दलित पिछड़ा आरक्षण और अधिकार,सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, नौकरी रोजगार व्यापार, महंगाई इत्यादि पर सवाल करे और इन्हें सबक सिखाए. मोहन भागवत जी आपकी हर नसीहत और बात तब तक बेमानी है, जब तक आप भाजपा सरकार/सीएम योगी के द्वारा किए जा रहे कृत्यों की सार्वजनिक निंदा नहीं करते और उन्हें ऐसा करने से नहीं रोकते, तब तक आपके बयान सिर्फ भाषणबाजी और ड्रामेबाजी ही कहे जाएंगे.”

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