लखनऊ. थाईलैंड युवती की कोरोना से डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हुई मौत के मामले में एक व्यवसाई के बेटे का नाम सोशल मीडिया पर उछालने को लेकर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आईपी सिंह समेत तीन लोगों के खिलाफ गौतम पल्ली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. एफआईआर मामले पर आईपी सिंह की अधिवक्ता एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने पुलिस कमिश्नर लखनऊ डीके ठाकुर को लीगल नोटिस भेजा है.

आरटीआई एक्टिविस्ट और अधिवक्ता नूतन ठाकुर ने अपने लीगल नोटिस में कहा है कि यह मुकदमा पूरी तरह से गलत और भ्रामक है. लीगल नोटिस में कहा गया है कि इस मुकदमे को पढ़ने से स्पष्ट हो रहा है कि इसमें किसी भी तरह की किसी की मानहानि नहीं हुई है. आईपी सिंह की अधिवक्ता और आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने कहा है कि मेरे मुवक्किल के खिलाफ दर्ज एफआइआर को तुरंत रद्द किया जाए. लीगल नोटिस मिलने के बाद अगर 10 दिन के अंदर एफआईआर रद्द नहीं की जाती तो मेरे मुवक्किल कोर्ट जाने के लिए बाध्य होंगे.

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बता दें कि थाईलैंड की कॉलगर्ल के मामले में पुलिस ने सपा नेता आई.पी. सिंह सहित 3 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आई.पी. सिंह ने ट्वीट कर आरोप लगया है कि बीजेपी के राज्यसभा सांसद और व्यापारी संजय सेठ के बेटे कुणाल ने थाईलैंड से कॉलगर्ल बुलाई थी. इस ट्वीट को कई लोगों ने रीट्वीट भी किए थे. अब इस मामले को लेकर जांच-पड़ताल की जा रही है. पुलिस के मुताबिक सपा प्रवक्ता आई.पी. सिंह, महेंद्र कुरिया और रामदत्त तिवारी पर 67 आईटी एक्ट और आईपीसी 500 के तहत कार्रवाई की गई है.