लखनऊ. यूपी में राज्य मंत्री दिनेश खटीक की नाराजगी और इस्तीफे का असर योगी सरकार पर दिखने लगा है. सीएम योगी की चिंता बढ़ाने वाली एक और बात यह है कि मंत्रिमंडल के एक कद्दावर मंत्री जितिन प्रसाद आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर अपनी बात रख सकते हैं. जितिन प्रसाद भी ओएसडी हटाये जाने से योगी से नाराज हैं. इस घटना के बाद से वो खुद को अपमानित भी महसूस कर रहे हैं.

वहीं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी डाक्टरों के तबादलों को लेकर बहुत नाराज़ चल रहे हैं. विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद पर आरोप है कि उन्होंने मंत्री से पूछे बिना ही ट्रांसफ़र कर दिए. इस बात की शिकायत सीएम तक पहुंची तो उन्होंने तबादलों की जांच के आदेश दे दिए हैं. फिलहाल, खटीक के इस्तीफे का असर यह है कि उन्हें मनाने की कोशिशें शुरू हो गई हैं, साथ ही उन्होंने जो पत्र ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को लिखे थे उसे खंगाला जा रहा है. माना जा रहा है कि खटीक के पत्रों पर आगामी दिनों में अमल हो सकता है. साथ ही उनकी जिम्मेदारी भी तय होने की संभावना है. स्वतंत्र देव सिंह के पहल को दिनेश खटीक की नारजगी दूर करने का प्रयास माना जा रहा है.

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ताजा अपडेट यह है कि राज्यमंत्री खटीक के इस्तीफे के बाद बुधवार देर शाम सिंचाई भवन के पीछे VIP गेस्ट हाउस में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह गुप्त बैठक की. इसमें विभाग के HOD एके सिंह के अलावा तीनों प्रमुख अभियंता और दोनों प्रमुख सचिव को भी बुलाया गया था. इस बैठक में उन पत्रों को निकाला जा रहा है, जो बतौर राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने लिखी है. ट्रांसफर के दौरान गड़बड़ी जलशक्ति विभाग में भी हुई. इस दौरान बतौर विभाग के राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने भी कुछ अधिकारी और कर्मचारियों के तबादले के लिए विभाग को पत्र लिखे थे. लेकिन, विभाग ने उस पर कार्रवाई नहीं की. अब राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे के बाद उन पत्रों को निकाल कर एक्शन लेने की तैयारी हो रही है. खुद विभाग के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह अधिकारियों के साथ बैठकर उन पत्रों का परिक्षण किया है.

विधायक बंबा लाल दिवाकर का पत्र वायरल

इस बीच खबर यह भी है कि उन्नाव के सफीपुर विधानसभा के भाजपा विधायक बंबा लाल दिवाकर का एक पत्र तेजी से वायरल हो रहा है. पत्र में विधायक ने अधिशासी अभियंता रजनीश चंद्र अनुरागी पर असंसदीय भाषा का प्रयोग करने के साथ ही अपमानित किए जाने का आरोप लगाया है. बता दें कि मंगलवार शाम को सरकार में जलशक्ति (इरीगेशन एंड वाटर रिसोर्सेज डिपार्टमेंट) राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने अपना इस्तीफा देश के गृह मंत्री अमित शाह को भेज दिया था. दिनेश खटीक ने अपने इस्तीफे में विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि वो मंत्री की बात नहीं सुनते. उनका फोन भी काट देते हैं. उन्होंने अपने पत्र में विभाग के HOD, प्रमुख सचिव अनिल गर्ग और अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव का जिक्र भी किया है.

मंत्री जितिन प्रसाद भी नाराज

दूसरी तरफ पीडब्ल्यूडी विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद भी नाराज हैं. वे आज गृह मंत्री शाह से दिल्ली में मिल सकते हैं. जितिन प्रसाद भी अपने OSD के हटाए जाने के बाद से ही नाराज बताए जा रहे हैं. कांग्रेस में गांधी परिवार के करीबी और कद्दावर माने जाने वाले जितिन प्रसाद को योगी सरकार में भारी-भरकम लोक-निर्माण विभाग दिया गया है. इनके विभाग में ट्रांसफर सेशन के दौरान हुए तबादलों में कई बड़ी अनियमितताएं सामने आईं. इसके बाद CM ने एक कमेटी बनाकर मामले की जांच सौंप दी. जबकि अनिल पांडेय को अपना OSD बनाकर जितिन दिल्ली से लखनऊ लाए थे. उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर हटा दिया गया.