कानपुर. उत्तर प्रदेश का पहला जीका डेडीकेटेड सेंटर कानपुर में बनेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को केडीए सभागार में अधिकारियों के साथ जीका समीक्षा बैठक में ये निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अलग जीका डेडीकेटेड हॉस्पिटल बनाएं, जिससे रोगियों को ढंग से उपचार मिले. अब मरीजों को सेंटर बनने से राहत मिलेगी.

मुख्यमंत्री योगी ने इसके साथ ही गर्भधारण आयु वर्ग की हर शादीशुदा महिला की स्क्रीनिंग कराने के लिए निर्देश दिए और कहा कि गर्भवती का हर महीने अल्ट्रासाउंड किया जाए. इस मौके पर विधायकों ने मुख्यमंत्री से फॉगिंग न होने की शिकायत भी की. बैठक में मुख्यमंत्री ने जीका की रोकथाम के लिए नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों को जोनों में बांटकर फॉगिंग करने और सर्वेलांस बढ़ाने के सीएमओ डॉ. नैपाल सिंह को निर्देश दिए और चकेरी क्षेत्र में विस्तृत सैंपलिंग के लिए कहा. सोर्स रिडक्शन पर भी जोर दिया.

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इस मौके पर घाटमपुर विधायक उपेंद्र पासवान ने फॉगिंग न होने की शिकायत की और बिठूर विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने कहा कि दीपावली पर ही फॉगिंग और सफाई कराई गई. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि कॉलेज में जीका की जांच शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री ने उप प्राचार्य डॉ. रिचा गिरि से जीका और डेंगू में फर्क पूछा. उन्होंने कहा कि स्कूलों, कॉलेजों में एनजीओ के जरिये जीका से बचाव के लिए जागरुकता अभियान चलाया जाएं.

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