लखनऊ. सभी को वोट चाहिए लेकिन इन इलाकों में कोई प्रचार नहीं करना चाहता. उम्मीदवार यहां दिखने से हिचकिचा रहे हैं, लेकिन फिर भी पैम्फलेट के जरिए मतदाताओं को संदेश भेजते रहते हैं. यहां तक कि वे उन्हें ‘उपहार’ भी भेजते हैं, लेकिन सोच-समझकर वे वोट मांगते हैं.

ये उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों के रेड-लाइट क्षेत्र हैं जहां स्पष्ट कारणों से चुनाव प्रचार वर्जित है. प्रयागराज में, मीरगंज एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें मद्रासी गली, सत्य गली, जुलाहा गली और पहाड़ी गली है जो बड़े पैमाने पर सेक्स वर्कर द्वारा बसाए गए हैं. एक सूत्र के मुताबिक इलाके की महिलाएं स्थानीय राजनीति से वाकिफ और परिचित हैं. एक स्थानीय व्यापारी ने कहा, “यहां अभियान उन लोगों द्वारा किया जाता है जो ‘व्यापार’ में शामिल हैं. वे चुनाव के दौरान विभिन्न दलों की ओर से काम करते हैं और यहां तक कि मतदान के दिन मतदान सुनिश्चित करते हैं.”

दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने कहा, इलाके के ज्यादातर घर सत्ताधारी दल के झंडे फहराते हैं. पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए ऐसा किया जा रहा है. बाराबंकी जिले के सफेदाबाद में रेड लाइट एरिया को समाजवादी पार्टी का गढ़ बताया जाता है. प्रदीप यादव, अपने शुरुआती 40 के दशक से यहां रह रहे हैं. उन्होंने कहा, “हमने मोदी लहर के दौरान भी भाजपा को जीतने नहीं दिया. हम इस बार फिर से सपा को जीत दिलाएंगे.” इन गलियों में करीब 800 महिलाएं रहती हैं और कोई चुनावी चर्चा नहीं होती.

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एक उम्मीदवार ने कहा, “ये महिलाएं यादव को वोट देंगी.” उन्होंने कहा, “प्रचार करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि कोई हमारी नहीं सुनता हैं.” क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं की स्थिति खराब है, लेकिन किसी को इसकी परवाह नहीं है. वाराणसी में रेलवे स्टेशन से करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर शिवदासपुर है. कचरे से पटी गलियों में रात-दिन गाने जोर-जोर से बजते रहते हैं. महिलाओं का कहना है कि उन्होंने कभी किसी नेता को व्यक्तिगत रूप से नहीं देखा. “सिर्फ टीवी पर देखा है.”

इसी तरह, पुराने शहर क्षेत्र में लखनऊ की ‘चावल वाली गली’ में किसी भी राजनीतिक नेता ने कभी प्रचार नहीं किया. संयोग से, ‘चावल वाली गली’ ने कभी चावल नहीं बेचा. इस गली में सदियों से सेक्स वर्कर अपना काम कर रही है. गली का नाम कैसे पड़ा यह कोई नहीं जानता, लेकिन अब यह देह व्यापार का पर्याय बन गया है. अकबरी गेट के पास स्थित, इस गली में अचार, अनोखे मसाले और स्ट्रीट फूड जैसी विभिन्न वस्तुओं की बिक्री करने वाली दुकानों की एक श्रृंखला भी है.