बिजनौर. उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के बरहापुर क्षेत्र में एक नया सफारी गेट खुलने से अब ‘टाइगर स्पॉटिंग’ को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जाएगा. चीता को प्राकृतिक स्थिति में लगभग 32 हेक्टेयर के सुरक्षित घेरे में रखा जाएगा. मानक दिशानिर्देशों के अनुसार बनाया गया बाड़ा वर्तमान में निमार्णाधीन है.

वन अधिकारियों के अनुसार, कॉर्बेट रिजर्व में भी टाइगर स्पॉटिंग दुर्लभ हो गई है, लेकिन अब 106 हेक्टेयर क्षेत्र में कालागढ़ क्षेत्र में एक नई टाइगर सफारी आ रही है. अधिकारियों ने कहा कि वन विभाग सफारी शुरू करने के लिए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के आदेश का इंतजार कर रहा है. 2020 में कालागढ़ रिजर्व के जंगल में टाइगर सफारी का काम शुरू हुआ था. दो बाड़े तैयार किए गए थे. सफारी में बरहापुर की ओर से और उत्तराखंड में कोटद्वार की ओर से पखरो गेट से पहुंचा जा सकता है. पखरो क्षेत्र के पूर्व रेंजर ब्रज बिहारी शर्मा के अनुसार प्रत्येक बाड़े में एक जोड़ी चीता रखा जाएंगा.

उन्होंने कहा कि पर्यटक बस से पांच घंटे में दिल्ली से पाखरो पहुंच सकेंगे. कैब व्यवसाय को भी लाभ होगा. बरहापुर से पखरो तक की सड़क की मरम्मत लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को करनी होगी. नगीना से बरहापुर तक की सड़क अभी बाकी है. पुनर्निर्माण किया जाना है. नाम न छापने की शर्त पर बात करने वाले एक वन अधिकारी ने कहा कि वन अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर बिना अनुमति के बड़ी संख्या में पेड़ काट दिए गए थे. मामले की जांच वन विभाग के उच्च अधिकारी कर रहे हैं. कलागढ़ से सड़क की मरम्मत का काम पखरो प्रभावित है, इसकी विजिलेंस जांच भी चल रही है.