लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मंत्री धर्म सिंह सैनी ने भी मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है. स्वामी प्रसाद मौर्य और दारा सिंह चौहान के बाद पद छोड़ने वाले वह तीसरे मंत्री हैं. सैनी, जो नकुड़ विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं, ने राज्य सरकार द्वारा उन्हें आवंटित सुरक्षा कवर और आवास वापस कर दिया है.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा कि ‘‘सामाजिक न्याय’ के एक और योद्धा डॉ. धर्म सिंह सैनी जी के आने से, सबका मेल-मिलाप-मिलन करानेवाली हमारी ‘सकारात्मक और प्रगतिशील राजनीति’ को और भी उत्साह व बल मिला है. सपा में उनका ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! बाइस में समावेशी-सौहार्द की जीत निश्चित है!’

धर्म सिंह सैनी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), आयुष, खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन थे. राज्यपाल को अपना इस्तीफा भेजने के बाद वह समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने गए. दिलचस्प बात यह है कि सैनी ने अपने त्याग पत्र में वही आरोप लगाया जो अन्य विधायकों ने योगी सरकार पर लगाया था. उन्होंने कहा कि वह दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार युवाओं और छोटे व्यापारियों के प्रति घोर उपेक्षा के कारण इस्तीफा दे रहे हैं.

भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई में पिछले कुछ दिनों में कई बार दलबदल हुआ है, जिसकी शुरूआत कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य से हुई है. उस समय मौर्य ने कहा था कि कई और विधायक भी इसका अनुसरण करेंगे. ओबीसी वर्ग के विधायकों के भाजपा छोड़ने के बाद अब ब्राह्मण विधायक बाला प्रसाद अवस्थी भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. अवस्थी लखीमपुर खीरी से चार बार के विधायक हैं और तराई क्षेत्र में एक जाना माना ब्राह्मण चेहरा हैं. उन्होंने गुरुवार दोपहर अखिलेश यादव से भी मुलाकात की.

इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान (दोनों मंत्री) रोशन लाल वर्मा, बृजेंद्र प्रजापति, भगवती शरण सागर, विनय शाक्य और अवतार सिंह भड़ाना पिछले दो दिनों में पार्टी छोड़ चुके हैं. फिरोजाबाद से मुकेश वर्मा ने गुरुवार को अपना इस्तीफा भेज दिया.