रवींद्र भारद्वाज, रायबरेली. जिले में ट्रैफिक पुलिस यातायात सुधारने का काम तो सही ढंग से कर नहीं पा रही है, लेकिन यातायात पुलिसकर्मी लोगों को जबरदस्ती चालान के कागज मांगने को लेकर गाली-गलौज जरूर करते अधिकतर दिखाई पड़ जाते हैं. रायबरेली के सिविल लाइन चौराहे पर एक यातायात कार्यालय बना हुआ है, जिसमें पुलिसकर्मी अंदर बैठकर चालान करने के नाम पर क्या खेल करते हैं यह तो वहां पर लोगों से ही पता चलता है.

बाहर से लोगों को बुलाते हैं कि चलो अंदर साहब बुला रहे हैं और कार्यालय के अंदर बैठकर क्या बातचीत होती है और इसके बाद सरकार के राजस्व का तो अपनी जेब में रखते हैं और उस गाड़ी चालान का पैसा का लेनदेन करके छोड़ दिया जाता है. जबकि सिविल लाइन चौराहा होमगार्ड पीआरडी के भरोसे चलता है. सालों से यहां जमे होमगार्ड एक सूत्रीय काम करते हैं चालान वालों को बुलाते हैं और उनसे अंदर जाकर सहाब से मिलवाने की कोशिश करते हैं, लेकिन प्रशासन इस पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई अभी तक नहीं कर पाई है.

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ऐसा ही कुछ आज एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक हवलदार ट्रैफिक का वह एक गाड़ी के कागज को मांगने को लेकर गाली-गलौज कर रहा है, जबकि ऐसा नियम के विरुद्ध है कागज नहीं दे रहा है तो उसका चालान कर दीजिए, लेकिन जबरदस्ती करके गाली-गलौज करना यह कहां का नियम है, लेकिन शायद ही प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई करेगा या नही, इस पर जिले के नए एसपी यशवीर सिंह को जांच करनी चाहिए और ऐसे पुलिसकर्मीयो पर कार्रवाई करने चाहिए.

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