महाराजगंज. बॉर्डर सुरक्षा के नाम पर योगी सरकार तस्करों के आगे बौनी हो गई हैं. कोविड का तीसरा वैरीएंट को देखते हुए जहां सरकार अलर्ट पर है. वहीं नेपाल से बेरोकटोक हजारों की तादाद में तस्कर तस्करी को अंजाम दे रहे हैं.
नेपाल राष्ट्र से कनाडियन मटर, चाइनीज मक्का आदि खाद्य पदार्थों का तस्करी लगातार हो रही है. रात के अंधेरों से दिन के उजाले में तस्कर बेरोकटोक तस्करी कर रहे हैं. तस्कर सुरक्षा एजेंसियों की नाक के नीचे तस्करी की मटर, मक्का आदि पिकप गाड़ीयां मुख्य मार्गों पर फर्राटा दौड़ लगा रही है और इन्हीं मार्गों पर कस्टमऑफिस थाना भी हैं. जिम्मेदार आंखें मूंदकर इन तस्करों को फलने-फूलने में मददगार साबित हो रहें हैं.
बॉडर सुरक्षा एजेंसियों व पुलिस विभाग की नाक के नीचे बॉर्डर क्षेत्रों में हो रही तस्करी एक तरफ सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल खड़ा कर रहीं हैं तो योगी सरकार बॉर्डर क्षेत्रों के अधिकारियों के पीछे लाखों खर्च करके देश की सुरक्षा इन के हवाले कर दी. वहीं सुरक्षा में लगे अधिकारियों पर सवाल खड़ा हो रहा है. जिस बॉर्डर पर एसएसबी कस्टम यूपी पुलिस एलआईयू जैसी एजेंसिया लगाई गई है, उस बॉर्डर पर तस्करी जोरों पर हो रही है.
इन तस्करों का दिन ब दिन मनोबल बढ़ाना और करवाई ना होना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ हैं. आए दिन तस्करों की गाड़ीयां इन अधिकारियों की नाक के नीचे फर्राटा भर रही हैं. आखिर कब कार्रवाई होगी.