सुरेन्द्र जैन, धरसीवा। रायपुर के धरसीवां के निमोरा गांव की नाबालिग छात्रा का शव हाइवे किनारे धनेली गांव के तालाब में मिलने के मामले में कई अनुत्तरित प्रश्न उठ रहे हैं, जिनका जबाब पुलिस को खोजना होगा. इन्ही अनुत्तरित सवालों के जवाब खोजने शुक्रवार को LALLURAM.COM की टीम मृतका के गांव निमोरा पहुंची.

गांव में सभी इस घटना से दुखी और चिंतित दिखे. पिता गुलेश्वर साहू के अनुसार बच्ची की चप्पलें नहीं मिली हैं. वह बिना चप्पल पहने घर से नहीं निकलती थी. न घर में चप्पल मिली, न तालाब में तो उसकी चप्पलें कहां गई.

पोस्ट मार्टम करने वाले चिकित्सक डॉ. बघेल ने छात्रा के शव का पोस्ट मार्टम गुरुवार दोपहर करीब दो बजे किया, उनसे उनके मोबाइल पर बात की तो उनका कहना था कि मृत्यु पानी में डूबने से लगभग दस बारह घंटे पूर्व हुई. यानी घटना बुधवार गुरुवार की दरम्यानी देर रात हुई, जबकि छात्रा मंगलवार की शाम से लापता थी.

बड़ा सवाल ये है कि मंगलवार की पूरी रात बुधवार दिनभर और आधी रात तक छात्रा कहां रही. वह तालाब तक कैसे पहुंची. वहीं परिजनों के अनुसार छात्रा तैरना जानती थी, फिर कैसे डूबी.

अलसुबह से देर रात तक सबसे व्यस्त रहने वाले हाइवे के किनारे स्थित तालाब में छात्रा के शव मिलने से क्षेत्र में सभी अपनी बच्चियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. जल्द से जल्द सच्चाई जानना चाहते हैं, ताकि भविष्य में पुनरावृतियां न हों.

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